Move to Jagran APP

शासन की सख्ती के बाद गबन प्रकरण में ईई और एओ निलंबित

गबन मामले में ऊर्जा निगम के प्रबंधक निदेशक बीसीके मिश्रा ने संबंधित अधिशासी अभियंता (ईई) शिशिर श्रीवास्तव व एकाउंट ऑफीसर (एओ) आनंद सिंह रावत को निलंबित कर दिया।

By BhanuEdited By: Published: Tue, 20 Feb 2018 01:05 PM (IST)Updated: Tue, 20 Feb 2018 08:52 PM (IST)
शासन की सख्ती के बाद गबन प्रकरण में ईई और एओ निलंबित
शासन की सख्ती के बाद गबन प्रकरण में ईई और एओ निलंबित

देहरादून, [राज्य ब्यूरो]: ऊर्जा निगम के हल्द्वानी जोन के जसपुर डिविजन में 47 लाख के गबन प्रकरण को लेकर ऊर्जा सचिव राधिका झा ने सख्त रुख अपनाया तो ऊर्जा निगम को ढुलमुल रवैया छोड़ने को मजबूर होना पड़ा। ऊर्जा सचिव के मामले पर विस्तृत रिपोर्ट तलब करने के निर्देशों के बाद निगम के प्रबंधक निदेशक बीसीके मिश्रा ने संबंधित अधिशासी अभियंता (ईई) शिशिर श्रीवास्तव व एकाउंट ऑफीसर (एओ) आनंद सिंह रावत को निलंबित कर दिया, जबकि एसडीओ सुनील कुमार को भींकियासैंण स्थानांतरित किया गया है। वहीं उक्त घटना के बाद शासन ने प्रबंधक निदेशक को सभी वितरण खंडों की जांच संबंधित मुख्य अभियंताओं से कराने के निर्देश भी दिए हैं। 

loksabha election banner

ऊर्जा निगम के हल्द्वानी जोन के जसपुर डिविजन में बाड़ ही खेत को चर रही थी। निगम कार्मिक आम जनता से तो मीटरिंग और बिलिंग के पैसे वसूल कर रहे थे, लेकिन उसे विभागीय खाते में दर्ज नहीं कर रहे थे। इस मामले में निगम की ओर एफआइआर दर्ज कराने के साथ ही संबंधित लिपिक को निलंबित किया जा चुका है। 

इस मामले को गंभीरता से लेते हुए ऊर्जा सचिव ने ऊर्जा निगम के प्रबंध निदेशक बीसीके मिश्रा को अपने कार्यालय में तलब किया। उन्होंने कहा कि इससे निगम की जनता में छवि को धक्का पहुंचा है। उन्होंने इस कार्यप्रणाली को लेकर नाराजगी जताने के साथ गबन की विस्तृत जांच कराने और दोषियों पर सख्त कार्रवाई के निर्देश भी दिए। 

उन्होंने प्रबंध निदेशक से कहा कि भविष्य में ऐसे मामलों की पुनरावृत्ति नहीं होनी चाहिए। लिहाजा निगम के सभी वितरण खंडों की जांच संबंधित मुख्य अभियंताओं से कराई जानी चाहिए। उन्होंने निगम की मीटङ्क्षरग, बिलिंग व कलेक्शन पद्धति में सुधार लाते हुए पारदर्शी व्यवस्था बनाने के निर्देश भी दिए। 

शासन के उक्त मामले में सख्त रुख को देखते हुए निगम प्रशासन भी एक्शन में आ गया। प्रबंध निदेशक ने अधिशासी अभियंता और एकाउंट ऑफीसर, एसडीओ के खिलाफ एक्शन ले लिया। यह दीगर बात है कि गबन के उक्त मामले का 20 दिन पहले पता लगने के बाद निगम की ओर से एफआइआर भी दर्ज की जा चुकी है।

यह भी पढ़ें: एनएच 74 घोटाले में एक और एसडीएम को किया निलंबित

यह भी पढ़ें: एनएच घोटाले में एसडीएम शुक्ला समेत तीन गिरफतार

यह भी पढ़ें: एनएच घोटाला मामला: पूर्जव राजस्व कर्मी संतराम भी चढ़ा एसआइटी के हत्थे


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.