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Coronavirus: 2303 यात्रियों को लेकर बिहार रवाना हुई दो श्रमिक स्पेशल ट्रेनें Dehradun News

दून से बिहार के लिए दो श्रमिक स्पेशल ट्रेनों को रवाना किया गया। बिहार के मोतीहारी जाने वाली ट्रेन में 1152 व किशनगंज जाने वाली ट्रेन में 1151 कुल 2303 यात्री रवाना किए।

By Bhanu Prakash SharmaEdited By: Published: Thu, 21 May 2020 08:35 AM (IST)Updated: Thu, 21 May 2020 08:35 AM (IST)
Coronavirus: 2303 यात्रियों को लेकर बिहार रवाना हुई दो श्रमिक स्पेशल ट्रेनें Dehradun News
Coronavirus: 2303 यात्रियों को लेकर बिहार रवाना हुई दो श्रमिक स्पेशल ट्रेनें Dehradun News

देहरादून, जेएनएन। लॉकडाउन के चलते देहरादून में फंसे बिहार के श्रमिकों की घर वापसी शुरू हो गई। इसी क्रम में दून से बिहार के लिए दो श्रमिक स्पेशल ट्रेनों को रवाना किया गया। बिहार के मोतीहारी जाने वाली ट्रेन में 1152 व किशनगंज जाने वाली ट्रेन में 1151 कुल 2303 यात्री रवाना किए। घर वापसी करते हुए यात्रियों के चेहरे पर सुकून की मुस्कुराहट नजर आई।

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पुलिस-प्रशासन दिखा अलर्ट

इस दौरान पुलिस प्रशासन अलर्ट दिखाई दिया। पिछले दिनों कई बार शारीरिक दूरी का नियम टूटा था, लेकिन इस बार पुलिस ने अपनी खामियां दूर कर ली। देहरादून से बिहार के मोतीहारी जाने वाली ट्रेन के यात्रियों को ट्रेन के अंदर पैक कर दिया था। हालांकि ट्रेन अपने निर्धारित समय पर ही गंतव्य के लिए रवाना हुई। 

पुलिस चौकी व थानों में पंजीकृत हुए इन यात्रियों में अधिकांश श्रमिक रहे। सुबह सात बजे से बन्नू स्कूल से इन्हें छोटी-छोटी टुकड़ियों में स्टेशन लाया गया। स्टेशन के मुख्यद्वार पर टिकट लेने से पहले ही लाइन में लगे यात्रियों को खाने पीने का सामान वितरित किया। जिसके बाद टिकट लेकर यात्री सीधा ट्रेन में अपनी सीट तक पहुंचे। इसमें शारीरिक दूरी का पालन भी होता नजर आया।

45 मिनट पहले रवाना हुई किशनगंज जाने वाली ट्रेन

देहरादून रेलवे स्टेशन से किशनगंज, बिहार जाने वाली ट्रेन अपने निर्धारित समय से 45 मिनट पहले रवाना हुई। दरअसल पांच बजे तक सभी 1151 यात्री ट्रेन में बैठ गए थे। जिसके बाद ट्रेन को सवा छह बजे ही हरी झंडी दिखाकर रवाना कर दिया। स्टेशन निदेशक गणेश ठाकुर ने बताया कि छह बजे तक ट्रेन पूरी तरह चलने के लिए तैयार हो गई थी। ऐसे में रेलवे से अप्रूवल लेकर ट्रेन को 45 मिनट पहले रवाना किया गया।

जिलाधिकारी ने दिखाई ट्रेन को हरी झंडी

आमतौर पर ट्रेन को हरी झंडी रेलवे के स्टेशन मास्टर ही दिखाते नजर आते हैं। देहरादून से मोतीहारी बिहार के लिए गई ट्रेन को जिलाधिकारी देहरादून डॉ. आशीष कुमार श्रीवास्तव ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। इस दौरान व्यवस्था की निगरानी के लिए नोडल अधिकारी व मुख्य विकास अधिकारी नितिका खंडेलवाल के साथ एसपी सिटी श्वेता चौबे, सीओ सिटी शेखर सुयाल, स्टेशन निदेशक गणेश ठाकुर, स्टेशन अधीक्षक एसडी डोभाल, विवेक घई, एसके अग्रवाल, एसआइ राहुल कापड़ी मौजूद रहे।

आसरा ट्रस्ट को जिलाधिकारी ने सराहा

देहरादून रेलवे स्टेशन से बिहार जा रहे यात्रियों को निश्शुल्क भोजन किट उपलब्ध करा रहे आसरा ट्रस्ट के कार्य की जिलाधिकारी डॉ. आशीष कुमार श्रीवास्तव ने सराहना की। ट्रेन को हरी झंडी दिखाने आए जिलाधिकारी ने आसरा ट्रस्ट के सीईओ अमित बलोदी को इस कार्य के लिए बधाई दी। 

बता दें कि आसरा ट्रस्ट बिहार जा रहे यात्रियों को भोजन किट में एक किलो सत्तू, रस का पैकेट, किसमिस पैकेट, चार पैकेट बिस्कुट, इलेक्ट्राल पाउडर, नमकीन, चार मास्क, एक सेनिटाइजर व एक पानी की बोतल निश्शुल्क दे रहा है।

स्टेशन पर तैनात कर्मचारियों की हुई थर्मल स्क्रीनिंग

कोरोना वायरस को देखते हुए स्टेशन पर बुधवार को रेलवे की टीम ने ट्रेन के लोको पायलट, सुरक्षा के लिए तैनात आरपीएफ, जीआरपी व पुलिस के जवान व रेलवे अधिकारियों की थर्मल स्क्रीनिंग की।

चुनौती को कर्तव्य समझ ट्रेन चला रहे लोको पायलट

वैश्विक महामारी कोरोना के चलते पिछले दो महीनों से आमजन अपने घरों में कैद हैं। लेकिन इस संकट में भी लोको पायलट अपना काम कर रहे हैं। वह इस चुनौती को अपना कर्तव्य समझकर दिन-रात डटे हुए हैं। लोको पायलट उस्मान खान देहरादून से मोतीहारी, बिहार के लिए श्रमिक स्पेशल ट्रेन लेकर रवाना हुए। 

उन्होंने कहा कि जब यात्री ट्रेनों का संचालन बंद था, तब भी लोको पायलट मालगाड़ी व स्पेशल पार्सल ट्रेन लेकर इधर से उधर जा रहे थे। अब जब श्रमिक स्पेशल ट्रेन का संचालन शुरू हुआ है तो जिम्मेदारी भी बढ़ गई है। बताया कि श्रमिक स्पेशल ट्रेन का नॉन स्टॉप संचालन हो रहा है। करीब 30 से 40 घंटे लगातार ट्रेन को चलाना चुनौतीपूर्ण है। पहले जगह-जगह ट्रेन स्टेशनों पर रुकती रहती थी। उन्होंने बताया कि रेलवे की सेवा के 25 सालों में पहली बार इस तरह की स्थिति देखी है।

रेलवे स्टेशन के आधुनिकीकरण में 10 कंपनियों की रुचि

दून रेलवे स्टेशन के आधुनिकीकरण परियोजना में 10 कंपनियों ने रुचि दिखाई है। कंपनियों की यह रुचि परियोजना को लेकर आयोजित प्री-बिड मीटिंग में दिखी। वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से आयोजित मीटिंग में निर्माण कंपनियों ने तमाम सवाल भी पूछे।

एमडीडीए उपाध्यक्ष डॉ. आशीष श्रीवास्तव की अध्यक्षता में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग का आयोजन किया गया। प्रतिभागी कंपनियों ने परियोजना के क्षेत्रफल, लागत, निविदा आदि को लेकर सवाल किए। तमाम सवालों के जवाब मीटिंग में दिए गए और तय किया गया कि प्रतिभागियों के सवाल रेल लैंड डेवलपमेंट डेवलपमेंट अथॉरिटी (आरएलडीए) को भी भेजे जाएंगे। 

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इसके बाद इनके विस्तृत उत्तर आरएलडीए की वेबसाइट पर अपलोड किए जाएंगे। जो भी कंपनी परियोजना में काम करने की इच्छुक होगी वह पांच जून तक अपने टेंडर जमा कर सकती है। वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में एमडीडीए सचिव जीसी गुणवंत, मनु शर्मा, दृष्टि जैन, रेल लैंड अथॉरिटी के उपाध्यक्ष वेद प्रकाश, महाप्रबंधक बालकराम नेगी, नवीन अग्रवाल, अंजनी कुमार आदि शामिल रहे।

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