सूखे दरख्त रेलवे के लिए मुसीबत, ट्रैक पेड़ गिरने से रेल यातायात बाधित
सूखे दरख्त रेलवे के लिए मुसीबत का सबब बनते जा रहे हैं। ट्रैक पर पेड़ गिरने से रेल यातायात बार-बार प्रभावित हो रहा है।
रायवाला, जेएनएन। हरिद्वार-दून और रायवाला-ऋषिकेश रेल मार्ग के किनारे खड़े सूखे दरख्त रेलवे के लिए मुसीबत का सबब बन हुए हैं। आए दिन पेड़ गिरने से रेल यातायात बाधित हो रहा है। शनिवार सुबह हुई बारिश से मोतीचूर फाटक के पास रेल ट्रैक पर एक सूखा पेड़ गिर गया। जिससे हरिद्वार-देहरादून और हरिद्वार-ऋषिकेश रेल खंड पर रेल यातायात प्रभावित हुआ।
शनिवार तड़के हुई तेज बारिश के दौरान सुबह करीब छह बजे मोतीचूर रेल फाटक से कुछ दूर रेलवे लाइन पर एक बड़ा सूखा पेड़ गिर गया। उस वक्त हेमकुंड एक्सप्रेस ट्रैक पर थी। पेड़ गिरने की सूचना पर ट्रेन को रास्ते में ही रोकना पड़ा। वहीं, ऋषिकेश से हरिद्वार जा रही हरिद्वार-ऋषिकेश पैसेंजर और देहरादून से सहारनपुर जा रही देहरादून-सहारनपुर पैसेंजर को रायवाला जंक्शन पर रोक दिया गया, जबकि देहरादून की ओर जाने वाली मसूरी और लाहौरी एक्सप्रेस को हरिद्वार में रोका गया।
पेड़ की चपेट में आने से बिजली की लाइन भी क्षतिग्रस्त हुई। मौके रेलवे कर्मियों ने पेड़ को हटाया और बिजली की लाइन को दुरूस्त किया। इससे करीब एक घंटे तक हरिद्वार-देहरादून और हरिद्वार-ऋषिकेश के बीच रेल यातायात प्रभावित रहा। बता दें कि ये क्षेत्र राजाजी टाइगर रिजर्व से होकर गुजरता है। ट्रैक के किनारे वन क्षेत्र में काफी संख्या में जीर्ण-शीर्ण और सूखे पेड़ खड़े हैं, जो जरा सी हवा के झोंके या फिर बारिश को नहीं झेल पाते। बीती आठ अप्रैल को हरिद्वार-दून ट्रैक पर कांसरो के पास और 12 जून को हरिद्वार-ऋषिकेश ट्रैक पर बीरभद्र स्टेशन के पास भारी-भरकम पेड़ गिरने से रेल यातायात बाधित हुआ था।
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