लक्ष्य के सापेक्ष केवल 12 प्रतिशत मिला राजस्व
परिवहन विभाग पर भी कोरोना की जबरदस्त मार पड़ी है।
राज्य ब्यूरो, देहरादून: परिवहन विभाग पर भी कोरोना की जबरदस्त मार पड़ी है। स्थिति यह है कि विभाग को अप्रैल व मई के निर्धारित राजस्व लक्ष्य के सापेक्ष केवल 12 प्रतिशत राजस्व ही मिल पाया है। विभाग को इन दो माह में तकरीबन 160 करोड़ रुपये का लक्ष्य पूरा करना था। इसके सापेक्ष विभाग को केवल 20 करोड़ रुपये ही मिल पाए हैं।
परिवहन विभाग का वित्तीय वर्ष 2020-21 का राजस्व लक्ष्य 965 करोड़ रुपये है। यानी विभाग को प्रति माह तकरीबन 80 करोड़ रुपये का राजस्व लक्ष्य हासिल करना है। विभाग की आय का मुख्य स्रोत विभिन्न वाहनों से कर वसूलना और चालान करना है। इसके अलावा वाहनों के रजिस्ट्रेशन और ग्रीन सेस से भी विभाग को राजस्व मिलता है। कोरोना में देश भर में लागू हुए लॉकडाउन के बाद मई से अनलॉक की प्रक्रिया शुरू हुई है। हालांकि परिवहन विभाग के कार्यालय 22 अप्रैल से खुल गए थे। इसके बाद विभाग में रजिस्ट्रेशन आदि के कार्य शुरू किए गए हैं। हाल ही में परिवहन मुख्यालय ने विभाग में कार्य शुरू होने के बाद मिलने वाले राजस्व की गणना की। यह पाया गया कि विभाग को इन दो माह में केवल 20 करोड़ रुपये का ही राजस्व हासिल हुआ है। इसमें भी अधिकांश राजस्व वाहनों के रजिस्ट्रेशन मद में मिला है। दरअसल, केंद्र सरकार ने बीएस फोर वाहनों के रजिस्ट्रेशन के लिए अंतिम तिथि 30 अप्रैल कर दी थी। इसके अलावा ऐसे पुराने वाहन जो विभिन्न कारणों से रजिस्ट्रेशन नहीं करा पाए थे, उन्हें भी वाहनों के रजिस्ट्रेशन करने का मौका दिया गया। इसी अवधि में सबसे अधिक रजिस्ट्रेशन भी हुए। परिवहन विभाग को मिले 20 करोड़ रुपये में एक बड़ा हिस्सा वाहनों के इन रजिस्ट्रेशन के जरिये आया। वाहनों का टैक्स अभी माफ है और माल वाहक वाहन टैक्स जमा नहीं कर रहे हैं। इस कारण इस मद में विभाग को राजस्व नहीं मिला।
अब बाजार तो खुल गए हैं, लेकिन नए वाहनों की बिक्री गति नहीं पकड़ पा रही है। इस कारण विभाग को अधिक राजस्व नहीं मिला है। उप परिवहन आयुक्त एसके सिंह का कहना है कि अभी अपेक्षा से काफी कम राजस्व मिला है। वाहनों की बिक्री बढ़ने के बाद इसमें बढ़ोतरी की उम्मीद है।