राज्य में विकसित होगा आयुष वेलनेस पारिस्थितिकी तंत्र
प्रदेश का पहला वेलनेस समिट 17 व 18 अप्रैल को देहरादून में होगा। इस समिट के प्रचार को पर्यटन तीर्थाटन धार्मिक मेले व संस्कृति मंत्री सतपाल महाराज ने बुधवार को नई दिल्ली में रोड शो में भागीदारी की।
राज्य ब्यूरो, देहरादून
प्रदेश का पहला वेलनेस समिट 17 व 18 अप्रैल को देहरादून में होगा। इस समिट के प्रचार को पर्यटन, तीर्थाटन, धार्मिक मेले व संस्कृति मंत्री सतपाल महाराज ने बुधवार को नई दिल्ली में रोड शो में भागीदारी की। इस मौके पर उन्होंने कहा कि उत्तराखंड वेलनेस व आयुष क्षेत्र में निवेश के लिए पसंदीदा गंतव्य के रूप में उभर रहा है। इन दोनों ही क्षेत्रों में राज्य सरकार आवश्यक पारिस्थितिकी तंत्र विकसित कर रही है।
काबीना मंत्री सतपाल महाराज ने कहा कि उत्तराखंड को आयुष राज्य बनाने का संकल्प है। राज्य में आयुर्वेद, योग व प्राकृतिक चिकित्सा को प्रमुखता दी जाएगी। साथ में पर्यटकों को इन उपचारों का लाभ उठाने का अवसर दिया जाएगा। अनुसंधान व विकास संस्थानों और प्रतिष्ठित कंपनियों के साथ मिलकर औषाधीय पौधों के उत्पादन, अनुप्रयोगों व योगों के व्यावसायिक उत्पादन में शोध को बढ़ावा दे रही है। केंद्र के वाणिज्य मंत्रालय की ओर से स्थापित औषधीय और सुगंधित पौध निर्यात क्षेत्र के अंतर्गत देहरादून, चमोली, उत्तरकाशी, पिथौरागढ़, नैनीताल, ऊधमसिंहनगर व हरिद्वार जिले शामिल हैं। राज्य में जड़ी-बूटियों और औषधीय पौधों को एकीकृत तरीके से उद्योग की जरूरतों के साथ जोड़ा जा सकता है।
उन्होंने कहा कि उत्तराखंड में योग की विश्व राजधानी बनने की क्षमता भी है। योग ग्राम की अवधारणा योग को पर्यटन से जोड़ने का प्रयास है। सरकार ने आयुष व वैलनेस व पर्यटन को उद्योग का दर्जा दिया है। इस मौके पर प्रमुख सचिव मनीषा पंवार, सचिव एल फैनई, दिलीप जावलकर, सिडकुल के प्रबंध निदेशक एसए मुरुगेशन व उद्योग निदेशक सुधीरचंद्र नौटियाल मौजूद थे।