Top Dehradun News of the day, 9th October 2019, वायरल वीडियो ने खड़ा किया विवाद, दस को होंगे हेमकुंड के कपाट बंद, राज्य के सबसे बड़े अस्पताल में अव्यवस्थाएं हावी
दून में तीन खबरें चर्चा में रहीं। वायरल वीडियो ने खड़ा किया विवाद दस को होंगे हेमकुंड के कपाट बंद और राज्य के सबसे बड़े अस्पताल में अव्यवस्थाएं हावी।
देहरादून, जेएनएन। देहरादून में बुधवार को तीन खबरें चर्चा में रहीं। पहली, भाजपा विधायक उमेश शर्मा काऊ की ऑडियो क्लिप वायरल होने का मामला अभी ठंडा भी नहीं हुआ था, कि अब भाजपा नेता और गन्ना समिति लिब्बरहेड़ी के चेयरमैन कुलदीप चौधरी के वायरल हुए एक वीडियो ने विवाद खड़ा कर दिया है। वहीं, चमोली जिले में समुद्रतल से 15225 फीट की ऊंचाई पर स्थित हिमालय के पांचवें धाम हेमकुंड साहिब और लोकपाल लक्ष्मण मंदिर के कपाट गुरुवार को शीतकाल के लिए बंद कर दिए जाएंगे। इधर, दून अस्पताल कहने के लिए प्रदेश के प्रमुख चिकित्सालयों में शुमार जरूर है पर सरकार व शासन इससे मुंह फेरे बैठे हैं।
वायरल वीडियो ने खड़ा किया विवाद
भाजपा विधायक उमेश शर्मा काऊ की ऑडियो क्लिप वायरल होने का मामला अभी ठंडा भी नहीं हुआ था, कि अब भाजपा नेता और गन्ना समिति लिब्बरहेड़ी के चेयरमैन कुलदीप चौधरी के वायरल हुए एक वीडियो ने विवाद खड़ा कर दिया है। दरअसल, मंगलवार शाम से कुलदीप चौधरी का एक वीडियो काफी वायरल हो रहा है। इसमें वो हाथ में राइफल लिए हुए फायरिंग कर रहे हैं। वीडियो के वायरल होते ही हड़कंप मच गया। यहां तक कि सोशल मीडिया पर इसको लेकर तरह-तरह की प्रतिक्रियाएं आ रही हैं। ये वीडियो मंगलौर गुड़ मंडी स्थित लिब्बरहेड़ी गन्ना समिति कार्यालय के बाहर का है।
दस को होंगे हेमकुंड के कपाट बंद
चमोली जिले में समुद्रतल से 15225 फीट की ऊंचाई पर स्थित हिमालय के पांचवें धाम हेमकुंड साहिब और लोकपाल लक्ष्मण मंदिर के कपाट गुरुवार को शीतकाल के लिए बंद कर दिए जाएंगे। हेमकुंड साहिब के कपाट दोपहर दो बजे तो लोकपाल लक्ष्मण मंदिर के कपाट दोपहर 12 बजे बंद होंगे। इसके लिए सभी तैयारियां पूरी कर दी गई हैं।
राज्य के सबसे बड़े अस्पताल में अव्यवस्थाएं हावी
दून अस्पताल कहने के लिए प्रदेश के प्रमुख चिकित्सालयों में शुमार जरूर है पर सरकार व शासन इससे मुंह फेरे बैठे हैं। न केवल दून बल्कि पहाड़ से भी मरीज यहां उपचार के लिए आते हैं, पर उनकी उम्मीद पर सरकारी सुस्ती ग्रहण लगा रही है। इसका पहला उदाहरण है सीटी स्कैन मशीन। मशीन पिछले सात माह से ठप है और मरीज बाहर से जांच करा रहे हैं। दूसरा है अस्पताल में स्टाफ की कमी। इस संबंध में अस्तपाल प्रशासन ने शासन को भी प्रस्ताव भेजा है लेकिन अस्पताल प्रशासन के कई अनुरोध के बाद भी इस पर कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है।
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