Tokyo Olympics में सुमित ने बखूबी निभाया अपना दायित्व, पूर्व कोच बोले- बड़ा खिलाड़ी बनने पर भी नहीं बदला स्वभाव
Tockyo Olympics 2020 टोक्यो ओलिंपिक में भारतीय हाकी टीम के मिडफील्डर रहे सुमित ने अपना दायित्व बखूबी निभाया है। वे भले ही गोल नहीं कर पाए लेकिन उनकी स्टिक से निकले बेहतरीन पास को अन्य खिलाड़ियों ने गोल में तब्दील किया है।
जागरण संवाददाता, देहरादून। Tockyo Olympics 2020 टोक्यो ओलिंपिक में भारतीय हाकी टीम के मिडफील्डर रहे सुमित ने अपना दायित्व बखूबी निभाया है। वे भले ही गोल नहीं कर पाए, लेकिन उनकी स्टिक से निकले बेहतरीन पास को अन्य खिलाड़ियों ने गोल में तब्दील किया है। यह कहना है पूर्व साईं कोच वरुण बेलवाल का। बेलवाल ने सोनीपत में सुमित को हाकी के तकनीकी गुर सिखाए हैं। उन्होंने कहा कि एक बड़ा खिलाड़ी बनने के बाद भी सुमित का स्वभाव नहीं बदला है। वह आज भी पुराने दोस्तों को उतनी ही तवज्जो देते हैं।
उत्तराखंड खेल विभाग में बतौर उप क्रीड़ाधिकारी हरिद्वार के पद पर कार्यरत बेलवाल ने बताया कि अगस्त 2016 में वह साईं पानीपत में बतौर हाकी कोच तैनात थे। उस दौरान राष्ट्रीय कैंप के बाद सुमित भी साई सोनीपत में अभ्यास के लिए आए थे। उस दौरान उन्होंने बैच के साथ सुमित को भी प्रशिक्षण दिया था।
उन्होंने बताया कि सुमित बहुत की अनुशासित खिलाड़ी हैं। एक बार उसे जो भी बता दिया जाए, वह उसे ध्यान में रखते हैं। यह आदत उन्हें अन्य खिलाडिय़ों से अलग बनाती है। बताया कि साईं सेंटर से बाहर आने के बाद भी सुमित नियमित उनके संपर्क में रहते हैं। कई बार वह उनसे हरिद्वार मिलने आए हैं और यहां आकर जूनियर खिलाड़ियों को हाकी के लिए प्रेरित किया है।
उत्तराखंड पहुंचीमहिला हाकी खिलाड़ी वंदना कटारिया
टोक्यो ओलिंपिक में इतिहास रच आज हाकी खिलाड़ी वंदना कटारिया उत्तराखंड पहुंच गई हैं। जौलीग्वेरांट एयरपोर्ट पर उनका भव्य स्वागत किया गया। इस दौरान वे भावुक भी हो गईं। उन्होंने कहा कि भले ही टीम पदक न जीत सकी हो, लेकिन देशवासियों का दिल जीतने में जरूर कामयाब रही।
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