Shardiya Navratri 2020: नवरात्रि के तीसरे दिन मां दुर्गा के तीसरे स्वरूप चंद्रघंटा की पूजा की
Shardiya Navratri 2020 आज नवरात्रि के तीसरे दिन मां दुर्गा के तीसरे स्वरूप चंद्रघंटा की पूजा हो रही है। मान्यता है कि मां चंद्रघंटा की कृपा से अलौकिक वस्तुओं के दर्शन होते हैं। पं. बालकृष्ण शास्त्री के मुताबिक मां दुर्गा का यह स्वरूप परम शांतिदायक और कल्याणकारी है।
देहरादून, जेएनएन। Shardiya Navratri 2020 आज नवरात्रि के तीसरे दिन मां दुर्गा के तीसरे स्वरूप चंद्रघंटा की पूजा हो रही है। मान्यता है कि मां चंद्रघंटा की कृपा से अलौकिक वस्तुओं के दर्शन होते हैं। पं. बालकृष्ण शास्त्री के मुताबिक मां दुर्गा का यह स्वरूप परम शांतिदायक और कल्याणकारी है। इनके मस्तक में घंटे के आकार का अर्धचंद्र मौजूद है। यही कारण है कि मां के इस स्वरूप को चंद्रघंटा कहा जाता है।
श्रद्धालुओं ने की मां ब्रह्मचारिणी की आराधना
शारदीय नवरात्र के दूसरे दिन रविवार को श्रद्धालुओं ने मां भगवती के द्वितीय स्वरूप ब्रह्मचारिणी की आराधना कर सुख, समृद्धि और आरोग्य के साथ वैश्विक महामारी कोरोना से मुक्ति की कामना की। कोरोना संक्रमण को ध्यान में रखते हुए ज्यादातर श्रद्धालुओं ने मंदिर जाने के बजाय घर में ही पूजा की। इससे मंदिरों में व्यवस्था बनाए रखने में भी आसानी हुई।
डाटकाली मंदिर, पृथ्वीनाथ महादेव मंदिर, सनातन धर्म मंदिर प्रेमनगर, वैष्णो देवी गुफा योग मंदिर टपकेश्वर, माता स्वर्गापुरी मंदिर निरंजनपुर, दुर्गा मंदिर सर्वे चौक, श्याम सुंदर मंदिर पटेलनगर, कालिका माता मंदिर अंसारी मार्ग समेत शहर के सभी मंदिरों में सुबह ही माता की प्रतिमा को गंगाजल आदि से स्नान कराने के बाद नए वस्त्र आभूषण धारण कराए गए। शाम को माता के श्रृंगार के बाद विशेष आरती हुई। सेवादारों ने कोविड-19 की गाइडलाइन का पालन करवाते हुए भक्तों को मंदिर में प्रवेश दिया। श्री पृथ्वीनाथ महादेव मंदिर में महंत श्री श्री 108 रविंद्र पुरी के सानिध्य में मां ब्रह्मचारिणी की पूजा-अर्चना हुई। इसके बाद श्री दुर्गा सप्तशती का पाठ हुआ। शाम को नवजोत बमरा जागरण पार्टी ने भजन-कीर्तन किया। इस अवसर पर रोशन राणा, दीपक जेठी, सोहन लाल गर्ग, अनुराग अग्रवाल, ललित आहूजा, नरेंद्र ठाकुर, तुषार बंसल, संजय गर्ग समेत अन्य लोग शामिल रहे।
डाटकाली मंदिर में पहुंचे भक्त
रविवार को शहर के अधिकांश मंदिरों में सीमित संख्या में लोग पहुंचे, लेकिन डाटकाली मंदिर में दिनभर भक्तों के आने का सिलसिला बरकरार रहा। दोपहर में मां भगवती के श्रृंगार के बाद पुजारियों ने विशेष आरती की।