फेफड़े कमजोर कर रहा है तंबाकू, कोरोना की तीसरी लहर को देख बनानी होगी दूरी
Third Wave of Corona युवाओं में तंबाकू के दुष्प्रभावों के प्रति जागरूकता लाने के लिए जिला तंबाकू नियंत्रण प्रकोष्ठ ने मुख्य चिकित्साधिकारी कार्यालय के तत्वावधान में एक संवेदीकरण कार्यशाला का आयोजन किया। इस दौरान मुख्य चिकित्साधिकारी डा. उप्रेती ने कहा कि युवा तंबाकू एवं नशीले पदार्थों से परहेज करें।
जागरण संवाददाता, देहरादून। Third Wave of Corona युवाओं में तंबाकू के दुष्प्रभावों के प्रति जागरूकता लाने के लिए जिला तंबाकू नियंत्रण प्रकोष्ठ ने मुख्य चिकित्साधिकारी कार्यालय के तत्वावधान में एक संवेदीकरण कार्यशाला का आयोजन किया। इस दौरान मुख्य चिकित्साधिकारी डा. उप्रेती ने कहा कि युवा तंबाकू और नशीले पदार्थों से परहेज करें। तंबाकू उत्पाद न सिर्फ बीमारियों को जन्म देते हैं, बल्कि मौजूदा बीमारियों की गंभीरता को भी बढ़ावा देते हैं। कोरोना महामारी की संभावित तीसरी लहर को देखते हुए युवाओं और किशोरों को तंबाकू से दूरी बनानी होगी, क्योंकि तंबाकू उत्पाद फेफड़ों को कमजोर करते हैं। जिस कारण कोरोना वायरस जानलेवा साबित हो सकता है।
चंदरनगर स्थित राज्य नर्सिंग कालेज में आयोजित कार्यशाला का उद्घाटन मुख्य चिकित्साधिकारी डा. मनोज उप्रेती, अपर मुख्य चिकित्साधिकारी (एनएचएम) डा. दिनेश चौहान और नर्सिंग कालेज के प्रधानाचार्य राजकुमार ने किया। कार्यशाला में युवाओं को तंबाकू के दुष्प्रभाव बताने के साथ ही यह भी समझाया गया कि वह किस तरह अन्य व्यक्तियों को तंबाकू छोड़ने के लिए प्रेरित करें। वहीं, रंगोली और पोस्टर गतिविधि का भी आयोजन किया गया, जिसमें छात्रों ने तंबाकू निषेध पर अपनी रचनात्मकता दिखाई।
डा. दिनेश चौहान ने कहा कि तंबाकू निषेध अभियान के तहत जनपद में विभिन्न गतिविधियां संचालित की जा रही हैं। युवा तंबाकू उत्पादों के उपभोग के लिए संवेदनशील वर्ग में आते हैं। इसलिए उन्हेंं तंबाकू उत्पादों के दुष्प्रभावों के बारे में जानकारी देना महत्वपूर्ण है। हमारा लक्ष्य है कि इस मुहिम को जनपद के प्रत्येक युवा तक पहुंचाया जाए। कार्यशाला में सत्या, तंबाकू नियंत्रण कार्यक्रम की जिला सलाहकार अर्चना उनियाल, सामाजिक कार्यकत्र्ता रेखा उनियाल, मनोवैज्ञानिक डा. अनुराधा आदि उपस्थित रहे।
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