उत्तराखंड: वाहनों पर बोल्डर गिरने से महाराष्ट्र, राजस्थान और उत्तर प्रदेश के तीन तीर्थयात्रियों की मौत, आठ घायल
पहाड़ में वर्षा के बीच सफर करना खतरनाक होता जा रहा है। गौरीकुंड हाईवे परयात्री सोनप्रयाग से गौरीकुंड जा रहे यात्रियों के ऊपर मुनकटिया के पास पहाड़ी से बोल्डर व मलबा सड़क पर गिर गया। इसमें राजस्थान के बांसवाड़ा निवासी 50 वर्षीय जयंती लाल खेतरा की मौत हो गई।
जागरण टीम, गढ़वाल: पहाड़ में वर्षा के बीच सफर करना खतरनाक होता जा रहा है। वर्षा के कारण पहाडिय़ों से पत्थर गिर रहे हैं, जिससे यात्रियों की जान पर बन आ रही है। पिछले 24 घंटे में पहाड़ी से वाहनों पर बोल्डर गिरने की छह घटनाओं में तीन तीर्थयात्रियों की मौत हो गई, जबकि आठ अन्य लोग घायल हो गए। इससे पहले बुधवार को रुद्रप्रयाग जिले में मुनकटिया के पास अचानक चट्टान आने से महाराष्ट्र की एक महिला तीर्थयात्री की मौत हो गई थी, जबकि दस अन्य घायल हो गए थे। रविवार को भी एक वाहन पर पत्थर गिरने से एक यात्री की मौत हुई थी, जबकि एक अन्य घायल हुआ था।
गुरुवार सुबह गौरीकुंड हाईवे पर कुछ यात्री सोनप्रयाग से गौरीकुंड जा रहे यात्रियों के ऊपर मुनकटिया के पास पहाड़ी से बोल्डर व मलबा सड़क पर गिर गया। इसमें राजस्थान के बांसवाड़ा निवासी 50 वर्षीय जयंती लाल खेतरा की मौत हो गई, जबकि मयूरी निवासी अहमदाबाद गुजरात, अवन सिंह, निवासी सुरहती, हरियाणा तथा नेपाल के विकास घायल हो गए।
रुद्र्रप्रयाग के जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी नंदन सिंह रजवार ने बताया कि सेक्टर अधिकारी सोनप्रयाग ने जिला आपातकालीन प्रचालन केंद्र को इस घटना की सूचना दी। एसडीआरएफ की टीम को तत्काल मौके पर पहुंचकर रेस्क्यू किया तथा घायलों को स्वास्थ्य केंद्र सोनप्रयाग लाया गया, जहां उनका उपचार चल रहा है।
वहीं, दूसरी घटना बदरीनाथ हाईवे पर सिरोबगड़ में अवरुद्ध होने पर श्रीनगर के लिए छातीखाल होते हुए मार्ग को डायवर्ट किया गया। खांकरा से आधा किलोमीटर आगे छातीखाल मोटर मार्ग पर कार पर एक बड़ा बोल्डर गिर गया, जिसमें चालक गंभीर रूप से घायल हो गया, जबकि वाहन में बैठे अन्य तीन यात्री बाल-बाल बच गए।
वाहन को काटकर घायल चालक को बाहर निकाला और जिला चिकित्सालय में भर्ती कराया है। इधर, चमोली जिले में दो दिन में दो दुर्घटनाएं हुई। इसमें एक यात्री की मौत हो गई, जबकि चार यात्री घायल हुए। गुरुवार दोपहर को बारिश के दौरान मयूर विहार (दिल्ली) निवासी नरेंद्र कुमार परिवार के साथ बदरीनाथ यात्रा कर लौट रहे थे।
इस दौरान पहाड़ी से पत्थर गिरने से कार क्षतिग्रस्त हो गई, जिससे उसमें सवार उनकी पत्नी सुमन और पुत्र विपिन घायल हो गए। कार में सवार सौरभ, नरेंद्र कुमार, ङ्क्षपकी व परी को कोई चोट नहीं आई। घायलों को उप जिला चिकित्सालय कर्णप्रयाग उपचार के लिए भर्ती कराया गया है।
वहीं, बुधवार रात चमोली जिले के बाजपुर चाड़ा के पास ही कार पर पत्थर गिरने से सौरभ अग्रवाल निवासी कोपागंज, जिला मऊ (उत्तर प्रदेश) की मौत हो गई, जबकि उनकी माता रेखा देवी और चालक ओमप्रकाश मामूली रूप से घायल हो गए। सौरभ अग्रवाल अपनी माता को बदरीनाथ की यात्रा कराकर लौट रहे थे। सौरभ का शव पोस्टमार्टम के बाद स्वजन को सौंप दिया गया।
उधर, गुरुवार को गंगोत्री हाईवे भटवाड़ी के पास पहाड़ी से पत्थर गिरने से बंद हो गया था। यहां आंध्रप्रदेश का तीर्थयात्री बी बालाजी (59 वर्ष) पहाड़ी से गिरे पत्थर की चपेट में आने से गंभीर रूप से घायल हो गए। उनको प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र भटवाड़ी लेकर जाते समय रास्ते में ही दम तोड़ दिया।