अपात्र को ना, पात्रों को हां : उत्तराखंड में 3.37 लाख व्यक्तियों ने जमा किए राशनकार्ड, इनके स्थान पर नए और पात्र व्यक्ति होंगे हकदार
खाद्य मंत्री रेखा आर्या के निर्देश पर प्रदेशभर में पात्रों को लाभ पहुंचाने और अपात्रों को राशनकार्डों से हटाने का अभियान छेड़ा गया। विभाग को समर्पित की गईं 3.37 लाख से अधिक यूनिट के स्थान पर पात्र व्यक्तियों को सस्ता खाद्यान्न योजना का लाभ देने के निर्देश दिए गए हैं।
राज्य ब्यूरो, देहरादून : प्रदेश में 3,37,960 नए और पात्र व्यक्ति लक्षित सार्वजनिक वितरण प्रणाली के अंतर्गत सस्ता खाद्यान्न प्राप्त कर सकेंगे। गुरुवार तक 'अपात्र को ना, पात्रों को हां' अभियान के अंतर्गत 86,568 राशनकार्ड समर्पित किए जा चुके हैं। प्रदेश में पात्रों को सस्ता खाद्यान्न की उपलब्धता में बड़ी बाधा फर्जी राशनकार्डों को माना जाता रहा है। खाद्य मंत्री रेखा आर्या के निर्देश पर प्रदेशभर में पात्रों को लाभ पहुंचाने और अपात्रों को राशनकार्डों से हटाने का अभियान छेड़ा गया।
जून माह के अंतिम दिन गुरुवार तक प्रदेश में राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा योजना (एनएफएसए) और राज्य खाद्य योजना (एसएफवाइ) के अपात्र राशनकार्डों को समर्पित किया गया। विभागीय मंत्री रेखा आर्या ने बताया कि एनएफएसए के अंतर्गत प्राथमिक परिवार राशनकार्डधारकों में 54287 कार्ड समर्पित किए गए हैं। इन कार्डों में 2,17,891 यूनिट भी अब हटाई गई हैं।
इसी प्रकार अंत्योदय राशनकार्डधारकों में 7351 कार्ड और 29,160 यूनिट अपात्र होने के कारण हटे हैं। एसएफवाइ के अंतर्गत 24930 राशनकार्ड और 90909 यूनिट समर्पित किए गए हैं। उन्होंने बताया कि विभाग को समर्पित की गईं 3.37 लाख से अधिक यूनिट के स्थान पर पात्र व्यक्तियों को सस्ता खाद्यान्न योजना का लाभ देने के निर्देश दिए गए हैं। इनके राशनकार्ड शीघ्र बनाए जाएंगे।
अंतिम तिथि तक 15 हजार राशन कार्ड सरेंडर
देहरादून जिला पूर्ति कार्यालय में अंतिम तिथि तक खुद को अपात्र मानते हुए 15529 उपभोक्ताओं ने राशन कार्ड सरेंडर किए। हालांकि पूर्ति कार्यालय की ओर से अग्रिम कार्रवाई किए जाने को लेकर मुख्यालय के आदेश का इंतजार किया जा रहा है। जिला पूर्ति अधिकारी विपिन कुमार ने बताया 30 जून तक अपात्र राशन कार्डधारकों को राशन कार्ड सरेंडर करने को कहा गया था। अंतिम तिथि तक अत्योदय के 227, राष्ट्रीय खाद्य के 11651, राज्य खाद्य के 3651 राशन कार्ड सरेंडर किए गए। वहीं यूनिट निरस्त किए जाने की बात की जाए, तो अपात्र के राशन कार्ड निरस्त करने के साथ ही अंत्योदय में 767, राष्ट्रीय खाद्य में 42922, राज्य खाद्य में 13727 यूनिट को निरस्त किया गया।
मुख्यालय के आदेशानुसार आगे की कार्रवाई का इंतजार किया जा रहा है। इसके साथ ही जिन कार्डों को निरस्त किया गया है, यदि वह राष्ट्रीय खाद्य या राज्य खाद्य योजना की पात्रता में आते हैं, तो बदले में राशन कार्ड बनाए जाएंगे। जिले में अब पौने चार लाख राशन कार्डधारक रह गए हैं। राशन डीलरों को निर्देश जारी किए गए हैं कि यदि निर्धारित तिथि से पूर्व अपात्र की ओर से राशन कार्ड सरकारी सस्ते गल्ले की दुकानों पर सुपुर्द किए गए हैं, तो वह आज से कार्यालय को कार्ड सुपुर्द कर दें। जिससे माह में वितरित होने वाले राशन की सही जानकारी गोदाम को भेजी जा सके।