मानव विकास में ये तीन मैदानी जिले हैं अव्वल, जानिए
मानव विकास के पैमाने पर मैदानी जिलों ने पर्वतीय जिलों को काफी पीछे छोड़ दिया है। खुशहाली की दौड़ में राज्य के कुल 13 जिलों में देहरादून अव्वल है।
देहरादून, राज्य ब्यूरो। उत्तराखंड में बेहतर स्वास्थ्य, शिक्षा और जीवन स्तर यानी मानव विकास के पैमाने पर मैदानी जिलों ने पर्वतीय जिलों को काफी पीछे छोड़ दिया है। खुशहाली की दौड़ में राज्य के कुल 13 जिलों में देहरादून अव्वल है। वहीं हरिद्वार और ऊधमसिंहनगर दूसरे और तीसरे स्थान पर हैं। मानव विकास में सबसे निचले पायदान पर टिहरी जिला है। जाहिर है कि देहरादून से नजदीकी के बावजूद टिहरी जिले के दूरदराज पर्वतीय क्षेत्रों में अन्य जिलों की तुलना में खुशहाली कोसों दूर है।
उत्तराखंड मानव विकास रिपोर्ट में जिलों की आर्थिकी के आंकड़ों के आलोक में बुनियादी सुविधाओं में विस्तार और इससे लोगों के रहन-सहन में हुए सुधार के आधार पर जिलों की रैंकिंग तय की गई है। इस रैंकिंग में पहले तीन स्थान पर मैदानी जिले रहे हैं। इसके बाद पर्वतीय जिलों को जगह मिली है। पर्वतीय जिलों में सबसे खुशकिस्मत चमोली है। यह जिला मानव विकास सूचकांक (एचडीआइ) में चौथे स्थान पर है। एचडीआइ में पांचवें स्थान पर पौड़ी जिला है। वहीं रुद्रप्रयाग, चंपावत और टिहरी जिले क्रमश: 11वें, 12वें और 13वें स्थान पर हैं।
आश्चर्यजनक ये है कि मानव विकास सूचकांक में पर्वतीय जिलों को मुंह चिढ़ा रहे मैदानी जिले लैंगिक विकास सूचकांक (जीडीआइ) में उनसे कहीं आगे हैं। जीडीआइ के मुताबिक उत्तरकाशी, रुद्रप्रयाग और बागेश्वर क्रमश: पहले, द्वितीय और तीसरे स्थान पर हैं, जबकि ऊधमसिंहनगर, देहरादून व हरिद्वार क्रमश: 11वें, 12वें व 13वें स्थान पर रहे। पर्वतीय जिलों में मैदानी जिलों की तुलना में महिलाओं की हालत अपेक्षाकृत बेहतर है।
उत्तराखंड में जिलेवार मानव विकास सूचकांक रिपोर्ट के आधार पर जिलों की रैंकिंग
जिले, रैंक
देहरादून, 01
हरिद्वार, 02
ऊधमसिंहनगर, 03
चमोली, 04
पौड़ी गढ़वाल, 05
पिथौरागढ़, 06
नैनीताल, 07
बागेश्वर, 08
अल्मोड़ा, 09
उत्तरकाशी, 10
रुद्रप्रयाग, 11
चंपावत, 12
टिहरी गढ़वाल, 13
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