अब होम्योपैथिक अस्पतालों के पंजीयन की होगी अलग व्यवस्था
होम्योपैथिक अस्पतालों का क्लीनिकल एस्टेब्लिशमेंट एक्ट का पंजीयन जिला होम्योपैथिक अधिकारी कार्यालय में ही होगा।
देहरादून, जेएनएन। होम्योपैथिक अस्पतालों का क्लीनिकल एस्टेब्लिशमेंट एक्ट का पंजीयन जिला होम्योपैथिक अधिकारी कार्यालय में ही होगा। लोअर नेहरूग्राम में राजकीय होम्योपैथी चिकित्सालय का उद्घाटन करने पहुंचे आयुष मंत्री डॉ. हरक सिंह रावत ने यह घोषणा की। उन्होंने कहा कि क्लीनिकल एस्टेब्लिशमेंट एक्ट में जल्द होम्योपैथी के लिए अलग व्यवस्था बनाई जाएगी। जरूरत पड़ने पर विधानसभा से एक्ट भी पास कराया जाएगा। अभी होम्योपैथिक अस्पतालों का पंजीकरण सीएमओ कार्यालय में होता है।
कार्यक्रम में आयुष मंत्री ने डेंगू रोधी अभियान में कार्य करने वाले चिकित्सक, फार्मेसिस्ट व छात्र-छात्राओं को सम्मानित भी किया। उन्होंने कहा कि होम्योपैथिक चिकित्सकों को भी एलौपैथी के समान अधिकार मिलने चाहिएं। सरकार इस दिशा में कार्य भी कर रही है। उन्होंने कहा कि पहाड़ में डॉक्टरों की भारी कमी है। ऐसे में आयुर्वेदिक, होम्योपैथिक चिकित्सकों की मदद से ही लोगों तक स्वास्थ्य सुविधाओं की आसान पहुंच हो सकती है।
उन्होंने कहा कि किसी भी चिकित्सा पद्धति के प्रति हीन भावना नहीं होनी चाहिए। आधुनिक चिकित्सा पद्धति अच्छा कर रही है, लेकिन इसका ये मतलब नहीं कि हम किसी से कमतर हैं। विकल्प न बनें, बल्कि ऐसा काम करें कि आपका विकल्प ही न रहे। क्षेत्रीय विधायक उमेश शर्मा काऊ ने मुख्य अतिथि का स्वागत किया और होम्योपैथिक चिकित्सालय के लिए आभार व्यक्त किया। होम्योपैथिक निदेशक डॉ. राजेंद्र सिंह ने विभाग की उपलब्धियों पर प्रकाश डाला।
कार्यक्रम में जिला होम्योपैथिक चिकित्साधिकारी डॉ. जेएल फिरमाल, अपर सचिव आनंद स्वरूप, उपनिदेशक डॉ. आनंद शरण उनियाल, डॉ. कमलजीत सिंह, रजिस्ट्रार शैलेंद्र पाण्डेय, डॉ. सतीश सिंह पिंगल, डॉ. विनय कुडियाल आदि मौजूद रहे।
...कहीं मेरी नौकरी मत खा जाना
कार्यक्रम में होम्योपैथिक चिकित्सकों ने आयुष मंत्री से कहा कि ऐसा कोई मंत्रालय नहीं बचा, जिसका आपने कार्यभार न संभाला हो। दुआ करेंगे कि अब आप सीएम बन जाएं। इसपर हरक सिंह रावत ने अपने चिरपरिचित अंदाज में कहा कि ऐसा बोलकर कहीं मेरी नौकरी मत खा जाना।
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नौ से तीन बजे तक ओपीडी
जिला होम्योपैथिक अधिकारी डॉ. जेएल फिरमाल ने बताया कि वर्तमान में ओपीडी का समय सुबह नौ से दोपहर तीन बजे तक रहेगा। यहां एक मेडिकल ऑफीसर, एक फार्मेसिस्ट और आउटसोर्स से दो चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी तैनात रहेंगे।
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