उत्तराखंड में 83 दिन में जंगल की आग की 18 घटनाएं, पढ़िए पूरी खबर
83 दिन में जंगल की आग की 18 घटनाएं। इनमें 11.03 हेक्टेयर वन क्षेत्र को नुकसान पहुंचा और क्षति आंकी गई 26530 रुपए। यह अब तक का लेखा-जोखा है।
देहरादून, राज्य ब्यूरो। 83 दिन में जंगल की आग की 18 घटनाएं। इनमें 11.03 हेक्टेयर वन क्षेत्र को नुकसान पहुंचा और क्षति आंकी गई 26530 रुपए। यह है उत्तराखंड में 15 फरवरी से शुरू हुए फायर सीजन (अग्निकाल) में अब तक का लेखा-जोखा। पिछले साल इसी अवधि में राज्यभर में आग की 298 घटनाओं में 351 हेक्टेयर जंगल को नुकसान पहुंचा था।
सूबे में जंगल की आग की घटनाओं में इस साल आई जबर्दस्त कमी से वन महकमा सुकून में है। अलबत्ता, ये भी सही है कि यह सब महकमे के प्रयासों के बूते नहीं, बल्कि मौसम के अब तक साथ देने का परिणाम है। हालांकि, अभी आग की चुनौती थमी नहीं है। आने वाले दिनों में पारे ने उछाल भरी तो आग का क्रम फिर शुरू हो सकता है। वहीं, राज्य के नोडल अधिकारी वनाग्नि बीके गांगटे का दावा है कि किसी भी स्थिति से निबटने को विभाग की तैयारियां पूरी हैं।
प्रकृति ने दिया साथ
मुख्य सचिव उत्पल कुमार सिंह ने शुक्रवार को पत्रकारों से बातचीत में कहा कि बारिश, ओलावृष्टि से फसलों को नुकसान जरूर पहुंचा, मगर जंगलों को आग से बचाने में प्रकृति ने साथ दिया। ऐसे में वनों में आग की घटनाएं इस बार कम हुई हैं। हालांकि, विभाग की ओर से सभी तैयारियां की गई हैं वह मुस्तैद भी है।
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