पर्यटन मंत्री के घर नहीं थी सुविधा, फिर भी कर दिया डिस्चार्ज
प्रदेश के पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज के पांच स्वजनों को डिस्चार्ज कर दोबारा भर्ती किए जाने के मामले को लेकर एम्स प्रशासन सवालों के घेरे में हैं। वहीं शासन व प्रशासन की कार्यप्रणाली पर भी सवाल उठे हैं।
जागरण संवाददाता, ऋषिकेश : प्रदेश के पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज के पांच स्वजनों को डिस्चार्ज कर दोबारा भर्ती किए जाने के मामले को लेकर एम्स प्रशासन सवालों के घेरे में हैं। वहीं शासन व प्रशासन की कार्यप्रणाली पर भी सवाल उठे हैं। मंगलवार को इस मामले में सफाई देते हुए एम्स प्रशासन का कहना है कि पर्यटन मंत्री के स्वजनों के पास केयर गिवर (मरीजों की देखभाल करने वाला) न होने के कारण उन्हें दोबारा भर्ती करना पड़ा।
पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज, उनकी पत्नी अमृता रावत और उनके दो पुत्र, दो पुत्रवधू, और पौत्र को कोरोना संक्रमित की पुष्टि होने के बाद रविवार को एम्स में भर्ती किया गया था। सोमवार शाम को एम्स के संकायाध्यक्ष (अस्पताल प्रशासन) प्रो. यूबी मिश्रा ने बताया था कि सभी सदस्यों की विस्तृत जांच की गई। जिसमें पर्यटन मंत्री के दोनों पुत्र, दोनों बहुएं और उनके पौत्र एसिम्टमैटिक पाए गए, लिहाजा ऐसे मरीज जिनमें कोरोना लक्षण नहीं दिखाई दे रहे हैं उन्हें केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की गाइडलाइन और स्वजनों के आग्रह पर डिस्चार्ज कर होम क्वारंटाइन भेज दिया गया है। लेकिन कुछ ही घंटों बाद इन सभी लोगों को आधे रास्ते से बुलाकर दोबारा भर्ती किया गया। मंगलवार को इस मामले में सफाई देते हुए एम्स निदेशक के स्टाफ ऑफिसर व कोरोना मामलों के नोडल अधिकारी डॉ. मधुर उनियाल ने बताया कि पर्यटन मंत्री के स्वजनों को डिस्जार्च करने के बाद पता चला कि उसके घर पर होम क्वारंटाइन में रहने की समुचित सुविधाएं नहीं हैं। जबकि कोरोना संक्रमित लोगों की देखभाल के लिए केयर गिवर का 24 घंटा उपलब्ध होना जरूरी है। डिस्चार्ज होने के समय पर्यटन मंत्री के स्वजनों ने सभी व्यवस्था होने की जानकारी दी थी। यहां से चले जाने के बाद पर्यटन मंत्री के स्वजनों ने बताया कि उनके केयर गिवर ने ऐसी परिस्थिति में काम करने से इन्कार कर दिया है। इसके बाद इन सभी लोगों को रास्ते से वापस बुलाकर फिर से भर्ती किया गया। जिससे संक्रमितों की भी सुरक्षा हो सके साथ ही अन्य कोई व्यक्ति भी उनके संपर्क में आकर संक्रमित नहीं हो।
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संक्रमित के लिए होम क्वारंटइन की शर्तें
- मेडिकल ऑफिसर की सलाह पर मिलेगा होम क्वारंटाइन
- घर पर होनी चाहिए सेल्फ आइसोलेशन की सुविधा
- सात दिन 24 घंटा उपलब्ध होना चाहिए केयर गिवर (देखभाल करने वाला)
- केयर गिवर निरंतर मरीज और हॉस्पिटल के संपर्क में रहेगा
- केयर गिवर और नजदीकी संपर्क वालों को चिकित्सक की सलाह पर लेनी होगी हाइड्रोक्सी क्लोरोक्वीन दवा
- आरोग्य सेतु डाउनलोड होने के साथ हमेशा सक्रिय रहे
- डिस्टिक सर्विलांस ऑफिसर को बराबर सूचना देना जरूरी
- मरीज अंडरटेकिग भरेगा और सभी शर्तों का पालन करेगा
- मरीज परेशानी पर हॉस्पिटल आएगा
- सैंपल लेने और रिपोर्ट नेगेटिव आने के बाद भी 17 दिन तक होम क्वारंटाइन जरूरी