रायवाला में हादसे को न्योता दे रहे सड़क किनारे खोदे गड्ढे
प्रतीतनगर रायवाला में पेयजल की नई पाइप लाइन कई जगह से लीकेज है जिससे पानी सड़क पर बह रहा है। लीकेज को दुरुस्त करने का काम तो शुरू हो गया है लेकिन इसके लिए खोदे गए गड्ढों के आस-पास सुरक्षा के इंतजाम नहीं है।
संवाद सूत्र, रायवाला: प्रतीतनगर रायवाला में पेयजल की नई पाइप लाइन कई जगह से लीकेज है, जिससे पानी सड़क पर बह रहा है। लीकेज को दुरुस्त करने का काम तो शुरू हो गया है लेकिन इसके लिए खोदे गए गड्ढों के आस-पास सुरक्षा के इंतजाम नहीं है, ऐसे में कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है।
बीते २१ नवंबर को सैनिक कालोनी के पास गड्ढे से बचने के चक्कर में बाइक सवार दो युवक घायल हो गए थे, जिनमें से एक की एक दिन बाद अस्पताल में मौत हो गई थी। लेकिन इस हादसे के बाद भी जल संस्थान कोई सबक नहीं लिया। बीइजी रोड के किनारे तमाम जगह पर गड्ढे खुले छोड़े गए हैं। इन गड्ढों की गहराई काफी होने से रात में इसमें मवेशियों के गिरने का खतरा भी बना रहता है। बता दें कि रायवाला, प्रतीतनगर व खांडगांव के लिए हाल ही में 18.90 करोड़ रुपये की लागत से पेयजल योजना तैयार की गई। लेकिन कार्य में गुणवत्ता की कमी के चलते पेयजल लाइन कई जगहों से लीकेज है। आए दिन सड़क पर पानी बहता रहता है। वहीं जल संस्थान के सहायक अभियंता कमलेश पंत का कहना है कि सुरक्षा मानकों के साथ कार्य करने के लिए ठेकेदार को निर्देशित किया जाएगा।
यह भी पढ़ें- ऋषिकेश में विभिन्न संगठनों ने सीडीएस जनरल बिपिन रावत को दी भावपूर्ण श्रद्धांजलि
35 नागरिकों ने बनवाए ई-श्रमिक कार्ड
ई-श्रमिक योजना के तहत रायवाला गांव में लगाए गए शिविर में 35 जरूरतमंद नागरिकों ने श्रमिक कार्ड बनवाएं। शिविर अभी तीन दिन तक चलेगा।
बुधवार को लगाए गए शिविर का उद्घाटन करते हुए ग्राम प्रधान सागर गिरि ने बताया कि कई जरूरतमंद श्रमिक कार्ड बनवाने के लिए सीएससी सेंटर नहीं जा पाते और इससे मिलने वाली सुविधा से वंचित रहते। इसके लिए गांव में ही शिविर लगवाया गया, ताकि सभी के कार्ड आसानी से बन सके। उन्होंने बताया कि श्रमिक कार्ड के माध्यम से सरकार की पेंशन, मनरेगा, बीमा, आवास आदि कई योजनाओं का लाभ प्राप्त किया जा सकता है। कार्ड बना रहे जन सेवा केंद्र के अभिषेक व सोहन ने बताया कि शिविर श्रमिक कार्ड के लिए अपने साथ आधार कार्ड, नामांकित किए जाने वाले व्यक्ति का आधार कार्ड, अपने बैंक की पासबुक, ओटीपी के लिए अपना फोन साथ में लेकर आएं। शिविर के दौरान उपप्रधान जयानंद डिमरी, संदीप खंतवाल, विनोद नेगी, तुलसी पांडे, संदीप पोखरियाल आदि ने सहयोग किया।
यह भी पढ़ें- मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से वार्ता के बाद सचिवालय संघ की हड़ताल समाप्त