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राजाजी टाइगर रिजर्व में अगले हफ्ते शिफ्ट होगा तीसरा बाघ

राजाजी टाइगर रिजर्व के मोतीचूर-धौलखंड क्षेत्र में कार्बेट टाइगर रिजर्व से पांच बाघों को शिफ्ट करने की मुहिम अब तेज की जा रही है। इस कड़ी में तीसरे बाघ को अगले हफ्ते शिफ्ट करने के मद्देनजर ऑपरेशन शुरू किया जा रहा है।

By Sumit KumarEdited By: Published: Sat, 16 Jan 2021 06:02 AM (IST)Updated: Sat, 16 Jan 2021 06:02 AM (IST)
राजाजी टाइगर रिजर्व में अगले हफ्ते शिफ्ट होगा तीसरा बाघ
मोतीचूर-धौलखंड क्षेत्र में कार्बेट टाइगर रिजर्व से पांच बाघों को शिफ्ट करने की मुहिम अब तेज की जा रही है।

राज्य ब्यूरो, देहरादून: राजाजी टाइगर रिजर्व के मोतीचूर-धौलखंड क्षेत्र में कार्बेट टाइगर रिजर्व से पांच बाघों को शिफ्ट करने की मुहिम अब तेज की जा रही है। इस कड़ी में तीसरे बाघ को अगले हफ्ते शिफ्ट करने के मद्देनजर ऑपरेशन शुरू किया जा रहा है। विशेषज्ञों और वनकर्मियों की टीम कार्बेट में चिह्नित किए गए बाघ की रेकी करने में जुटी है।

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मोतीचूर-धौलखंड क्षेत्र में बाघों के लिए मुफीद वासस्थल है, लेकिन रिजर्व के मध्य में गंगा नदी के अलावा वहां से गुजर रहे रेलवे ट्रैक और हाईवे के कारण बाघ बहुल चीला क्षेत्र से इस इलाके में बाघ नहीं आ पाते। नतीजन, पिछले आठ सालों से मोतीचूर-धौलखंड क्षेत्र में दो बाघिनों की ही मौजूदगी बनी हुई थी। ऐसे में इस इलाके में बाघों का कुनबा नहीं बढ़ पा रहा था। इसी के दृष्टिगत इस क्षेत्र में कार्बेट से पांच बाघों (तीन मादा व दो नर) को यहां शिफ्ट करने का निर्णय लिया गया।

चार साल से इस संबंध में चल रही कवायद पिछले साल दिसंबर में परवान चढ़ी, जब कार्बेट से पहली बाघिन को यहां शिफ्ट किया गया। इसके बाद नौ जनवरी को नर बाघ भी मोतीचूर-धौलखंड क्षेत्र में शिफ्ट कर दिया गया है। अब जल्द ही तीसरे बाघ को लाने की कसरत शुरू कर दी गई है। राज्य के मुख्य वन्यजीव प्रतिपालक जेएस सुहाग के मुताबिक कार्बेट में यहां लाने के लिए बाघों का चिह्नीकरण पहले ही कर दिया गया था। अब तीसरे बाघ को लाने के लिए विशेषज्ञों के साथ वनकर्मियों की टीम रेकी में जुटी हुई है।

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कोशिश ये है अगले हफ्ते तीसरे बाघ को भी यहां शिफ्ट कर दिया जाए। इसके बाद फरवरी तक दो अन्य बाघों को भी इस इलाके में शिफ्ट करने के लिए तैयारियां चल रही हैं। मुख्य वन्यजीव प्रतिपालक के अनुसार बाघों की शिफ्टिंग से राजाजी के मोतीचूर-धौलखंड क्षेत्र में बाघों का कुनबा बढ़ सकेगा।

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