Uttarakhand Lockdown: शिक्षक बोले, सुरक्षा के पूरे इंतजाम के साथ लगे ड्यूटी
coronavirus के खिलाफ जंग में शिक्षक भी अहम भूमिका निभा रहे हैं। वह कंट्रोल रूम में ड्यूटी देने के साथ फील्ड में रहकर भी काम कर रहे हैं।
By Edited By: Published: Thu, 09 Apr 2020 03:00 AM (IST)Updated: Thu, 09 Apr 2020 03:23 PM (IST)
देहरादून, जेएनएन। कोरोना वायरस के खिलाफ जंग में शिक्षक भी अहम भूमिका निभा रहे हैं। वह कंट्रोल रूम में ड्यूटी देने के साथ फील्ड में रहकर भी काम कर रहे हैं। शिक्षकों का कहना है कि कोरोना के खिलाफ जंग लड़ना उनके लिए गर्व की बात है। लेकिन, इस जंग में उन्हें सरकार की ओर से सुरक्षा के पूरे इंतजाम भी मुहैया कराए जाएं।
लॉकडाउन में शिक्षकों की भी ड्यूटी लगाई गई है। देहरादून समेत अन्य जिलों में शिक्षक प्रशासनिक ड्यूटी से लेकर संदिग्धों की स्क्रीनिंग में स्वास्थ्य विभाग की मदद तक कर रहे हैं। लेकिन, शिक्षकों का कहना है कि उन्हें सुरक्षा संसाधन उपलब्ध नहीं कराए जा रहे। बुधवार को प्राथमिक शिक्षक संघ की जिला इकाई ने मुख्य शिक्षा अधिकारी और जिला प्रशासन को पत्र लिखकर लॉकडाउन के दौरान ड्यूटी दे रहे शिक्षकों को मास्क, सैनिटाइजर समेत अन्य सुरक्षा प्रबंध मुहैया कराने की मांग की। इसके साथ ही ऐसे शिक्षकों का न्यूनतम 50 लाख का बीमा करने की माग की।
प्राथमिक शिक्षक संघ के प्रदेश अध्यक्ष दिग्विजय सिंह चौहान का कहना है कि इस मुश्किल घड़ी में समाज के काम आना शिक्षकों के लिए गर्व की बात है। लेकिन, अगर इस जंग में उनके पास सुरक्षा के पूरे इंतजाम नहीं होंगे तो वह पूर्ण निष्ठा और लगन के साथ अपना काम कैसे कर पाएंगे। उन्हें संक्रमण का खतरा भी बना रहेगा। उन्होंने शिक्षा विभाग और प्रशासन से शिक्षकों की ड्यूटी उनके घर के निकट लगाने की माग भी की है।
संघ के जिला महामंत्री प्रमोद सिंह रावत ने कहा कि शिक्षकों को ड्यूटी के दौरान संक्रमण हो सकता है, इसलिए उनका बीमा जरूरी है। महामंत्री सोहन सिंह माजिला ने कहा कि प्रशासन और सरकार को शिक्षकों व दूसरे कोरोना वारियर्स का पूरा ख्याल रखना होगा। जब ये लोग सुरक्षित रहेंगे, तभी अपना काम ठीक से कर पाएंगे।
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