अंतरराष्ट्रीय योग महोत्सव: चौरासी कुटी में 24 साल बाद गूंजी ओम की ध्वनि
24 साल बाद चौरासी कुटी ओम की ध्वनि से गुंजयामान रही। देशी-विदेशी साधकों ने आश्रम के शांत माहौल में ध्यान लगाया।
ऋषिकेश, [जेएनएन]: महर्षि महेश योगी की तप स्थली चौरासी कुटी करीब ढाई दशक बाद ओम की ध्वनि से गूंज उठी। यहां अंतरराष्ट्रीय योग महोत्सव में आए साधकों ने प्रकृति के सानिध्य में योग कुटीरों में ध्यान लगाया।
ऋषिकेश के परमार्थ निकेतन में आयोजित 29वें अंतरराष्ट्रीय योग महोत्सव के पांचवे दिन परमार्थ निकेतन के परमाध्यक्ष स्वामी चिदानंद मुनि महाराज और योग महोत्सव की निदेशक साध्वी भगवती के नेतृत्व में एक हजार से ज्यादा साधक चौरासी कुटी पहुंचे। ध्यान सत्र को संबोधित करते हुए स्वामी चिदानंद मुनि ने कहा कि ध्यान योग के अभ्यास के लिए महर्षि महेश योगी के यह आश्रम सर्वोत्तम स्थल है।
आश्रम के शांत माहौल में साधक को ध्यान लगाने में मदद मिलेगी। उन्होंने साधकों का आह्वान किया कि यहां की शांति को आत्मसात करें। उन्होंने कहा कि योग, कोई विषय या ग्रंथ नहीं, बल्कि जीवन पद्धति और ऊर्जा है। योग का आशय विश्वास से नहीं, बल्कि सत्य से है।
गौरतलब है कि राजाजी नेशनल पार्क में शामिल होने के बाद वर्ष 1994 में चौरासी कुटी को बंद कर दिया गया था। बाद में उत्तराखंड सरकार के प्रयास के बाद वर्ष 2016 में इसे एक बार फिर पर्यटकों के लिए खोला गया।
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