सरकार ने की अनदेखी तो ग्रामीणों ने उठाया फावड़ा
संवाद सहयोगी विकासनगर सरकार ने अनदेखा किया तो ग्रामीणों ने खुद ही ढकरानी में शांति
संवाद सहयोगी, विकासनगर :
सरकार ने अनदेखा किया तो ग्रामीणों ने खुद ही ढकरानी में शांतिधाम का निर्माण कार्य शुरू कर दिया है। आपसी सहयोग व श्रमदान करके ग्रामीणों ने इस समस्या का समाधान करने की ठानी है। भारी जनसंख्या वाले ढकरानी गांव में अंतिम संस्कार के लिए यमुना किनारे शांतिधाम न होने के कारण ग्रामीणों को भारी कठिनाईयों का सामना करना पड़ता था।
ग्रामीण सुदेश चौधरी का कहना है कि बरसात के दिनों में ग्रामीणों की समस्याएं और भी अधिक बढ़ जाती हैं। यमुना किनारे पर बसे ढकरानी गांव में कई बरसाती नाले भी मिलते हैं, बरसात के दिनों में गांव से निकलते ही नालों और नदी में आने वाले पानी से ग्रामीणों के सामने गंभीर समस्या खड़ी हो जाती थी। अंतिम संस्कार के लिए यमुना तट पर टीन शैड की व्यवस्था तक नहीं है। कहा कि कई बार सरकार से शांतिधाम निर्माण की मांग की गई, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। इसके बाद ग्रामीणों ने तहसील विकासनगर के चक्कर काटकर शांतिधाम के लिए जगह की व्यवस्था कराई। जगह मिलने के बाद उन्होंने आपसी सहयोग से शांतिधाम का निर्माण शुरू कर दिया है। शांतिधाम बनाने की मुहिम चलाने वाले सुदेश चौधरी का कहना है कि मोक्षधाम बनाने में दो से ढाई लाख का खर्च आएगा, लेकिन उन्हें आशा है कि ग्रामीण अपने स्तर से इस पैसे की व्यवस्था कर लेंगे। मोक्षधाम के लिए शुरू हुए निर्माण में ग्राम निवासी चौधरी जगमाल, मौसम सिंह, रविद्र शर्मा, जगदीश धीमान, चौधरी बीरबल, चौधरी सुरेशपाल, बालमुकुंद, शेर सिंह, सुंदर कश्यप, पारूल, चरण सिंह, राजेंद्र धीमान, महेंद्र शर्मा, संजु, राकेश कुमार, रणबीर चौधरी आदि श्रमदान भी किया।