राजकीय शिक्षक संघ सरकार के खिलाफ खोला मोर्चा
जागरण संवाददाता, देहरादून : लंबित मांगों को लेकर राजकीय शिक्षक संघ ने सरकार के खिलाफ क्र
जागरण संवाददाता, देहरादून : लंबित मांगों को लेकर राजकीय शिक्षक संघ ने सरकार के खिलाफ क्रमिक अनशन शुरू कर दिया है। शनिवार को ननूरखेड़ा स्थिति शिक्षा निदेशालय में पहले दिन 24 घंटे के लिए क्रमिक अनशन पर राजकीय शिक्षक संघ के प्रांतीय अध्यक्ष डॉ.केके डिमरी और मंत्री डॉ.सोहन सिंह माजिला बैठे।
शिक्षा निदेशालय में प्रदेशभर से जिला राजकीय शिक्षक संघ कार्यकारिणी के सदस्य एकत्र हुए और लंबित मांगों को लेकर सरकार का विरोध किया। सभा को संबोधित करते हुए प्रांतीय अध्यक्ष डॉ.केके डिमरी ने कहा कि सरकार से लंबित मांगों को लेकर कई बार चर्चा हो चुकी है। जिनमें मुख्य सचिव उत्पल कुमार सिंह एवं शिक्षा सचिव भूपिंदर कौर औलख, माध्यमिक शिक्षा निदेशक आरके कुंवर के साथ वार्ता भी हुई। शासन की ओर से भरोसा दिलाया गया था कि उनकी मांगों पर विचार किया जाएगा, लेकिन अभी तक कोई भी मांग नहीं मानी गई है। उन्होंने मांग रखी कि कोटिकरण में सुधार किया जाए। रिक्त पदों के सापेक्ष स्थानान्तरण किए जाएं। वरिष्ठ एवं कनिष्ठ की वेतन विसंगतियों को दूर किया जाए। तदर्थ शिक्षकों को पूर्व की भांति चयनित वेतनमान दिया जाए।
सभा को संबोधित करते हुए प्रांतीय मंत्री डॉ. सोहन सिंह माजिला ने कहा कि विज्ञान एवं भूगोल विषयों के रुकी हुई काउंसिलिंग तत्काल शुरू की जाए। वर्ष 2002 और 2005 की विज्ञप्ति के अनुसार शिक्षकों का लंबित पेंशन का मामला सुलझाया जाए। प्रधानाचार्य की सीधी भर्ती न कर विभागीय स्तर पर भर्ती की जाए। शिक्षकों को एसीपी का लाभ दिया जाए।
इस मौके पर प्रांतीय कार्यकारिणी के उपाध्यक्ष मुकेश बहुगुणा, संयुक्त मंत्री योगेश घिल्डियाल, कोषाध्यक्ष अनुज चौधरी, गढ़वाल मंडल कार्यकारिणी के अध्यक्ष रविंद्र सिंह राणा, उपाध्यक्ष ब्रिजेश पंवार, मंत्री हेमंत पैन्यूली, संयुक्त मंत्री पंकज ध्यान के अलावा सभी जिलों से जिला कार्यकारिणी सदस्य मौजूद रहे।