रुड़की लूटकांड के संदिग्ध आरोपित को पुलिस ने बिहार में किया गिरफ्तार
आइआइएफएल गोल्ड लोन कंपनी के देहरादून और रुड़की स्थित आफिस में हुई लूट में शामिल एक बदमाश की पहचान कर ली गई है।
देहरादून, जेएनएन। आइआइएफएल गोल्ड लोन कंपनी के देहरादून और रुड़की स्थित आफिस में हुई लूट में शामिल एक बदमाश की पहचान कर ली गई है। उसे बिहार के मुजफ्फरपुर में मुटूथ फाइनेंस कंपनी में हुए 32 किलोग्राम सोने की लूट के मामले में पिछले दिनों गिरफ्तार किया गया है।
इस बात की पुष्टि तब हुई जब मुजफ्फरपुर में मिले सीसीटीवी फुटेज का रुड़की की वारदात में शामिल संदिग्धों की फुटेज से मिलान कराया गया। इसमें एक बदमाश दोनों ही वारदात में दिख रहा था। इसके आधार पर माना जा रहा है कि उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश और बिहार में तीन महीने के भीतर ताबड़तोड़ लूट करने वाला गैंग एक ही है, लेकिन टीम अलग-अलग थीं। उत्तराखंड पुलिस रुड़की की घटना में शामिल आरोपित को वारंट बी पर लेकर हरिद्वार आ गई।
रुड़की (हरिद्वार) में बीती 25 फरवरी व तीस नवंबर 2018 को डालनवाला कोतवाली क्षेत्र में हुई गोल्ड लोन कंपनी में लूट के वारदात की मोडस ऑपरेंडी (अपराध का तरीका) एक जैसा होने के चलते पहले दिन से ही आशंका बढ़ गई थी कि दोनों वारदात को अंजाम देने वाला गिरोह एक ही है।
मगर मुश्किल यह थी देहरादून में वारदात को अंजाम देने के बाद बदमाश कंपनी में लगे सीसीटीवी कैमरे का डीवीआर उखाड़ ले गए थे। इसके चलते पुलिस को बदमाशों की कोई फुटेज नहीं मिली थी। वहीं, डालनवाला पुलिस तमाम कोशिशों के बाद भी वारदात में शामिल बदमाशों का कोई सुराग नहीं लगा सकी।
मगर 25 फरवरी को जब रुड़की में इसी तर्ज पर वारदात को अंजाम दिया गया तो बदमाश वहां से डीवीआर ले जाने से चूक गए। ऐसे में पुलिस को रुड़की में बदमाशों की फुटेज मिल गई। इससे पूर्व छह फरवरी को मुजफ्फरपुर (बिहार) में मुटूथ फाइनेंस कंपनी में हुई 32 किलोग्राम सोने की लूट की गई।
दस फरवरी को तीन आरोपितों को बिहार पुलिस ने दबोच लिया। तीनों से पूछताछ के बाद चार दिन पूर्व एक और आरोपित को बिहार पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। सूत्रों की मानें तो बाद में गिरफ्तार हुआ बदमाश रुड़की की वारदात में शामिल था। इसकी पुष्टि रुड़की और मुजफ्फरपुर लूटकांड के फुटेज के मिलान से लगभग हो चुकी है।
आरोपित मूलरूप से गोरखपुर, उत्तर प्रदेश का रहने वाला है। उत्तराखंड पुलिस उसे वारंट बी पर लेकर हरिद्वार को रवाना हुई। माना जा रहा है कि हरिद्वार की पुलिस बुधवार को रुड़की वारदात का खुलासा कर सकती है। वहीं आरोपित के दून में हुई लूट में भी शामिल होने का पूरा शक है।
फोन इस्तेमाल नहीं करता गैंग
फाइनेंस कंपनियों को निशाना बनाने वाले इस गैंग के सदस्य वारदात के समय मोबाइल फोन का प्रयोग नहीं करते। यही वजह रही दून की वारदात के बाद डेटा डंप तकनीकी का प्रयोग करने के बाद भी पुलिस बदमाशों का सुराग लगा पाने में नाकाम रही थी।
उधर, लूट के मामले में पुलिस पंकज सिंह निवासी बनगई गांव थाना गुलहरिया गोरखपुर को लेकर रुड़की पहुंच गई। एसएसपी जनमेजय खंडूरी ने गंगनहर कोतवाली में पत्रकार वार्ता के दौरान बताया कि लूट में इस्तेमाल की गई गाड़ी को भी बरामद कर लिया गया। लूट के अन्य चार आरोपियों की तलाश की जा रही है। उनको भी जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
उन्होंने बताया कि बदमाश गूगल मैप के जरिए गोल्ड लोन बैंक आदि के बारे में जानकारी उठाते थे। इसके बाद वहां घटना को अंजाम देते थे। इससे पहले भी गिरोह कई वारदात को अंजाम दे चुका है। इस मौके पर पुलिस उपाधीक्षक रुड़की चंदन सिंह बिष्ट, गंगनहर कोतवाली इंस्पेक्टर राजेश साह, एसएसआई रंजीत कुमार तोमर मौजूद रहे।
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