Move to Jagran APP

उत्तराखंड से राज्यसभा सदस्य भी रही थीं सुषमा, एम्स की दी थी सौगात

पूर्व विदेश मंत्री सुषमा स्वराज के निधन से उत्तराखंड में शोक की लहर है। उत्तराखंड में उन्हें ऋषिकेश एम्स की सौगात देने के लिए याद रखा जाएगा। वह उत्तराखंड से राज्यसभा सदस्य भी रहीं।

By BhanuEdited By: Published: Wed, 07 Aug 2019 08:39 AM (IST)Updated: Wed, 07 Aug 2019 08:03 PM (IST)
उत्तराखंड से राज्यसभा सदस्य भी रही थीं सुषमा, एम्स की दी थी सौगात
उत्तराखंड से राज्यसभा सदस्य भी रही थीं सुषमा, एम्स की दी थी सौगात

देहरादून, राज्य ब्यूरो। पूर्व विदेश मंत्री सुषमा स्वराज के निधन से उत्तराखंड में भी शोक की लहर है। उत्तराखंड में उन्हें ऋषिकेश एम्स की सौगात देने के लिए याद किया जाएगा। सुषमा स्वराज उत्तराखंड में भी अत्यंत लोकप्रिय रहीं। लोकसभा चुनाव हों या फिर विधानसभा चुनाव। भाजपा के स्टार प्रचारकों में उनकी सबसे ज्यादा डिमांड रहती थी। उत्तराखंड के लोगों को उनका सादगी भरा व्यक्तित्व तो भाता ही था, साथ ही ओजस्वी वक्ता के रूप में भी लोग उन्हें सम्मान देते थे।

loksabha election banner

उत्तराखंड से सुषमा स्वराज का खासा नजदीकी रिश्ता भी रहा। राज्य गठन के वक्त जब उत्तराखंड को राज्यसभा की तीन सीटें मिलीं, उनमे से एक सीट का प्रतिनिधित्व उन्होंने किया। स्व अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार में मंत्री रहते हुए उत्तराखंड का राज्यसभा में नुमाइंदगी कर रही थीं।

उस वक़्त उत्तराखंड से वाजपेयी सरकार में तीन मंत्री थे। इनमे सुषमा स्वराज के अलावा लोकसभा सदस्य भुवन चंद्र खंडूडी और बची सिंह रावत शामिल थे।

केंद्र सरकार में स्वास्थ्य मंत्री रहते हुए उन्होंने कई राज्यों में एम्स की स्थापना की थी। इनमे से एक एम्स उत्तराखंड के ऋषिकेश में खोला गया था। यह चिकित्सा संस्थान अब उत्तराखंड के लोगों को चिकित्सा सुविधा उपलब्ध करा रहा है। यह सुषमा स्वराज की उत्तराखंड को एक बड़ी सौगात रही।

28 मई 2015 को आखरी बार देहरादून आयी थी सुषमा स्वराज

दिवंगत पूर्व विदेश मंत्री सुषमा स्वराज आखिरी बार 28 मई 2015 को केंद्र सरकार की उपलब्धियों को गिनाने देहरादून आयी थी। यहां उन्होंने कहा था कि केंद्र में मोदी सरकार बनाने में उत्तराखंड ने 100 फीसद का योगदान दिया है।

उन्होंने 2014 में लोकसभा चुनाव से पहले भविष्यवाणी करने वालों पर करारा प्रहार करते हुए कहा था कि कुछ विद्वान कहते थे कि देश में किसी दल की पूरी सरकार नहीं, बनेगी लेकिन भाजपा ने सरकार बनाई। उन्होंने कहा था कि 16 मई 2014 को जब परिणाम आये तो उत्तराखंड में सभी सीटों पर भाजपा का कब्जा था। यह बातें उन्होंने दून के रेसकोर्स में जनकल्याण पर्व के आयोजन में कही थी।

मंगलवार देर रात उनके निधन की सूचना से देहरादून की जनता में भी शोक की लहर है। उनके 2015 के देहरादून दौरे की याद ताजा करते हुए धर्मपुर विधायक विनोद चमोली ने बताया कि उस दिन अपने संबोधन में विदेश मंत्री ने कहा था कि देश की जनता को केंद्र से काफी अपेक्षाएं हैं। 

सरकार की उपलब्धियां बताते हुए उन्होंने कहा था कि 33 फीसद लोग कांग्रेस सरकार में बैंको से अछूते थे, लेकिन भाजपा सरकार ने एक एक घर का बैंको में खाता खुलवाया। उसका लाभ भी सरकारी खजाने से दिया जा रहा। कोई कमिशन खोर पैसा नहीं खा सकता। इसके अलावा केंद्र सरकार ने दो बीमा योजनाएं भी लागू करवाई। अलाव मध्यम वर्ग के लिए अटल पेंशन योजना भी लागू की गई।

छोटे व्यापारियो के लिए केंद्र सरकार की उपलब्धियों के बारे में बताते हुए सुषमा जी ने मुद्रा बैंक का भी जिक्र किया था। उन्होंने कहा था कि इसमें 10 लाख तक का ऋण दिया जा सकता है। विधायक चमोली ने बताया कि सुषमा जी योग को दुनिया में पहुंचाने का श्रेय भी मोदी सरकार को देती थी। उनके ही प्रयास के बाद 21 जून को विश्व योग दिवस घोषित किया गया। विदेश में फंसे भारतीयों को निकालने में भी सुषमा जी का अहम योगदान था। चाहे वह लीबिया हो या सीरिया, भारतीयों को सभी जगहों से उनके नेतृत्व में सुरक्षित निकाला गया था।

यह भी पढ़ें: उत्तराखंड के पूर्व राज्यपाल सुदर्शन अग्रवाल का निधन, एक दिवसीय राजकीय शोक घोषित

यह भी पढ़ें: उत्तराखंड के वित्तमंत्री प्रकाश पंत का निधन, तीन दिन का राजकीय शोक घोषित

यह भी पढ़ें: स्वतंत्रता संग्राम सेनानी उदयवीर सिंह का निधन

अब खबरों के साथ पायें जॉब अलर्ट, जोक्स, शायरी, रेडियो और अन्य सर्विस, डाउनलोड करें जागरण एप


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.