विकासनगर में छात्रवृत्ति के लिए एसटी आयोग चेयरमैन से मिले छात्र
व्यवसायिक कॉलेजों में अनुसूचित जाति व जनजाति के छात्र-छात्राओं को दो वर्षों से छात्रवृत्ति नहीं देने से उनके सामने फीस जमा करने का संकट खड़ा हो गया है। शुक्रवार को छात्र-छात्राओं ने एसटी आयोग चेयरमैन मूरतराम शर्मा से मामले में दखल देकर उनकी छात्रवृत्ति जारी कराने की मांग की है।
विकासनगर (देहरादून), जेएनएन। जनपद के व्यवसायिक कॉलेजों में अनुसूचित जाति व जनजाति के छात्र-छात्राओं को दो वर्षों से छात्रवृत्ति नहीं दिए जाने से उनके सामने फीस जमा करने का संकट खड़ा हो गया है। शुक्रवार को छात्र-छात्राओं ने एसटी आयोग चेयरमैन मूरतराम शर्मा से इस मामले में दखल देकर उनकी छात्रवृत्ति जारी कराने की मांग की है।
जनजाति आयोग चेयरमैन को छात्र छात्राओं ने बताया कि व्यवसायिक पाठयक्रमों में शिक्षा ग्रहण कर रहे अनुसूचित जाति व जनजाति के छात्र-छात्राओं को छात्रवृत्ति नहीं मिलने से उनके सामने गंभीर आर्थिक समस्या खड़ी हो रही है। जनपद के विभिन्न कॉलेजों में अध्ययनरत छात्र छात्राओं को शिक्षा सत्र वर्ष 2018-19 व 2019-20 की छात्रवृत्ति जारी नहीं की गई है। जिससे छात्र-छात्राओं के सामने अपनी फीस जमा करने की समस्या गंभीर हो रही है।
उधर विद्यालय बिना फीस जमा किए छात्र-छात्राओं को परीक्षा में बैठने से मना कर रहे हैं। पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष कमलेश भटट का कहना है कि जनजाति से संबंधित छात्र-छात्राएं अपनी फीस छात्रवृत्ति से ही जमा करते हैं, लेकिन छात्रवृत्ति नहीं मिलने से उनके सामने अपनी पढ़ाई पूरी करने का संकट खड़ा हो गया है। उन्होंने प्रदेश के जनजाति आयोग से इस मामले में दखल देने की अपील की है।
उन्होंने जनजाति आयोग को प्रेषित किए पत्र में समाज कल्याण विभाग व विद्यालयों की तकनीकि कमियों के कारण हो रहे छात्र-छात्राओं के नुकसान का हवाला देते हुए इस मामले में आवश्यक कार्रवाई करने की अपील की है। जनजाति आयोग चेयरमैन ने छात्र छात्राओं को समस्या हल कराने का आश्वासन दिया। ज्ञापन देने वालों में बिट्टु वर्मा, रानिका, जसवीर सिंह, ऋतु जोशी, मुकेश चंद्रा, राकेश चौहान, भारत चौहान आदि शामिल रहे।
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