अब 15 अप्रैल से तैयार होंगी पंचायतों की मतदाता सूची, पढ़िए पूरी खबर
राज्य की त्रिस्तरीय पंचायतों की मतदाता सूचियों के पुनरीक्षण कार्य पर भी पड़ा है। यह 11 अप्रैल को लोस चुनाव के लिए मतदान संपन्न होने के बाद 15 अप्रैल से शुरू होकर 12 जुलाई तक चलेगा।
देहरादून, राज्य ब्यूरो। लोकसभा चुनाव का असर राज्य की त्रिस्तरीय पंचायतों (हरिद्वार जिले को छोड़कर) की मतदाता सूचियों के पुनरीक्षण कार्य पर भी पड़ा है। पंचायत मतदाता सूची तैयार करने के लिए नियुक्त कार्मिकों को लोकसभा चुनाव में एआरओ समेत अन्य दायित्वों के निर्वहन के लिए तैनात किए जाने के मद्देनजर राज्य निर्वाचन आयोग ने अब पंचायत मतदाता सूचियों के पुनरीक्षण के लिए संशोधित कार्यक्रम जारी किया है। अब यह 11 अप्रैल को लोस चुनाव के लिए मतदान संपन्न होने के चार दिन बाद 15 अप्रैल से शुरू होकर 12 जुलाई तक चलेगा। पहले इस कार्य के लिए 15 मार्च से 15 जून तक की अवधि तय की गई थी।
हरिद्वार को छोड़ राज्य के सभी जिलों में त्रिस्तरीय पंचायतों (ग्राम, क्षेत्र व जिला) का कार्यकाल इसी वर्ष जुलाई में खत्म हो रहा है। इसे देखते हुए राज्य निर्वाचन आयोग ने पंचायत चुनाव की तैयारियां शुरू कर दी हैं। इसी कड़ी में प्रथम चरण में पंचायतों की मतदाता सूचियों का पुनरीक्षण कराने के मद्देनजर आयोग ने सात मार्च को अधिसूचना जारी की थी। इसके तहत 15 मार्च से कार्य शुरू होना था, लेकिन 10 मार्च को लोकसभा चुनाव का एलान हो गया।
इस बीच कुछ जिलाधिकारियों ने आयोग को जानकारी दी कि पंचायत निर्वाचक नामावली तैयार करने के लिए जिन अधिकारियों को निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण अधिकारी, सहायक निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण अधिकारी, अतिरिक्त निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण अधिकारी एवं नोडल अधिकारी नामित किया गया था, उन्हें लोस चुनाव में भी एआरओ समेत निर्वाचन संबंधी अन्य कार्यों के लिए भी तैनात किया गया है। इसके अलावा संगणकों की ओर घर-घर जाकर गणना और डाटा एंटी के लिए समय सीमा में बढ़ोतरी का आग्रह किया गया था। राज्य निर्वाचन आयुक्त चंद्रशेखर भट्ट के अनुसार अब पंचायत निर्वाचक नामावलियों के पुनरीक्षण के लिए संशोधित कार्यक्रम जारी कर दिया गया है। यह कार्य 15 अपै्रल को क्षेत्र पंचायतवार नोडल अधिकारी, सहायक एवं अतिरिक्त सहायक निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण अधिकारियों की नियुक्ति के साथ शुरू होगा।
16 से 18 अपै्रल तक ग्राम पंचायतवार संगणकों व पर्यवेक्षकों की नियुक्ति होगी, जबकि 20 से 22 अपै्रल तक कार्यक्षेत्र आवंटन, प्रशिक्षण, गणना-सर्वेक्षण से संबंधित सामग्री उपलब्ध कराई जाएगी। 23 अपै्रल से 12 मई तक संगणक घर-घर जाकर गणना-सर्वेक्षण कार्य करेंगे। 13 से 16 मई तक मतदाता सूचियों की पांडुलिपियां तैयार होंगी। 17 से 18 मई तक इन्हें पंचास्थानि चुनावालय में जमा कराया जाएगा और 20 मई से 16 जून तक डाटा एंट्री के साथ ही फोटो स्टेट प्रतियां तैयार की जाएंगी।
17 से 18 जून तक संबंधित कार्मिक मतदाता सूचियों की प्रतियां जनसामान्य के निरीक्षण को मुहैया कराएंगे। 19 जून को इनका प्रकाशन होगा। 20 से 26 जून तक सूचियों के निरीक्षण के साथ ही दावे-आपत्तियां प्राप्त की जाएंगी। 27 जून से एक जुलाई तक दावों-आपत्तियोंका निस्तारण किया जाएगा। दो व तीन जुलाई को पूरक सूचियां तैयार होंगी, जो चार व पांच जुलाई को पंचस्थानि को मुहैया कराई जाएंगी। छह से 10 जुलाई तक डाटा एंट्री होगी। 11 जुलाई को तैयार मतदाता सूची नोडल अधिकारी और सहायक निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण अधिकारी को सौंपी जाएगी। 12 जुलाई को मतदाता सूचियों का जनसामान्य के लिए अंतिम प्रकाशन होगा।
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