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राज्य आंदोलनकारियों ने दी आंदोलन की चेतावनी

लंबित मांगों पर कार्रवाई नहीं होने से नाराज राज्य आंदोलनकारियों ने शुक्रवार को गांधी पार्क के बाहर धरना दिया।

By JagranEdited By: Published: Fri, 30 Oct 2020 08:45 PM (IST)Updated: Fri, 30 Oct 2020 08:45 PM (IST)
राज्य आंदोलनकारियों ने दी आंदोलन की चेतावनी
राज्य आंदोलनकारियों ने दी आंदोलन की चेतावनी

जागरण संवाददाता, देहरादून: लंबित मांगों पर कार्रवाई नहीं होने से नाराज राज्य आंदोलनकारियों ने शुक्रवार को गांधी पार्क के बाहर धरना दिया। उत्तराखंड राज्य आंदोलनकारी संयुक्त संगठन के बैनर तले प्रदर्शन कर रहे आंदोलनकरियों ने कहा कि राज्य स्थापना दिवस से पहले उनकी मांगों पर कार्रवाई नहीं हुई तो सभी जिलों में जनप्रतिनिधियों का घेराव करने के साथ ही दून में सीएम आवास कूच किया जाएगा।

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प्रदर्शन के दौरान वरिष्ठ राज्य आंदोलनकारी रवींद्र जुगरान और सुशीला बलूनी ने कहा कि लंबे समय से आंदोलनकारियों के चिह्नीकरण, आरक्षण, मुजफ्फरनगर कांड के दोषियों को सजा देने, पलायन, लोकायुक्त की नियुक्ति, गैरसैंण को स्थायी राजधानी बनाने की मांग की जा रही है। लेकिन, सरकार किसी भी मांग पर सकारात्मक रुख नहीं दिखा रही। उन्होंने कहा कि अभी तक राज्य आंदोलनकारियों के संगठन अलग-अलग आंदोलनरत थे, लेकिन अब एकजुट होकर अपने हक की लड़ाई लड़ेंगे। चिह्नित राज्य आंदोनकारी संयुक्त समिति के केंद्रीय मुख्य संरक्षक धीरेंद्र प्रताप ने कहा कि आंदोलनकारी नौ नंवबर से मुख्यमंत्री गद्दी छोड़ो अभियान चलाएंगे।

कांग्रेस के महानगर अध्यक्ष लालचंद शर्मा ने भी आंदोलनकारियों को समर्थन दिया है। धरने में राज्य आंदोलनकारी सावित्री नेगी, जगमोहन नेगी, प्रदीप कुकरेती, भूपेंद्र रावत, वेदप्रकाश शर्मा, लक्ष्मण सिंह भंडारी, बीरा भंडारी, रमन शाह, विजेंद्र पोखरियाल, गणेश डंगवाल, पूर्ण सिंह लिगवाल, ललित जोशी, सुदेश सिंह, सुलोचना भट्ट, झबर सिंह पावेल, जीतपाल बत्र्वाल, अजय माथुर आदि मौजूद रहे। इन संगठनों के पदाधिकारी रहे मौजूद

धरना-प्रदर्शन में उत्तराखंड राज्य आंदोलनकारी मंच, उत्तराखंड संयुक्त संघर्ष समिति, उत्तराखंड चिह्नित राज्य आंदोलनकारी समिति, उत्तराखंड चिह्नित राज्य आंदोलनकारी संगठन, उत्तराखंड चिह्नित आंदोलनकारी मंच के पदाधिकारी मौजूद रहे। शहीद स्मारक तोड़ने से नाराजगी

राज्य आंदोलनकारियों ने ऋषिकेश में शहीद स्मारक तोड़े जाने पर नाराजगी जताते हुए कहा कि सरकार आंदोलनकरियों के सपनों को तोड़ने का कार्य कर रही है।


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