गैरसैंण को राजधानी बनाने के लिए राज्य आंदोलनकारियों ने मांगी भीख
गैरसैंण राजधानी निर्माण अभियान के तहत युवाओं ने गांधी पार्क से लेकर घंटाघर तक सड़कों पर भीख मांगी। यह रकम अब सरकार को भेजी जाएगी।
देहरादून, [जेएनएन]: गैरसैंण राजधानी निर्माण अभियान के तहत युवाओं ने गांधी पार्क से लेकर घंटाघर तक सड़कों पर भीख मांगी। युवाओं ने बीते दिनों सरकार के कुछ मंत्रियों की बयानबाजी का विरोध करते हुए यह कदम उठाया। जिसमें गैरसैंण को राजधानी बनाने में भरी-भरकम बजट खर्च और बजट की कमी की बात कही गई थी। यह रकम अब सरकार को भेजी जाएगी।
आंदोलनकारी युवाओं ने कहा कि देश में उत्तराखंड अकेला ऐसा राज्य है, जो 17 साल गुजर जाने के बाद भी अभी तक स्थायी राजधानी के लिए तरस रहा है। राज्य सरकार को शीघ्र ही जनभावनाओं की कद्र करते हुए गैरसैंण को राजधानी घोषित करना चाहिए।
छात्र नेता सचिन थपलियाल ने कहा कि यदि सरकार 20 मार्च से शुरू होने वाले बजट सत्र में गैरसैंण को राजधानी घोषित नहीं करेगी तो युवा मुख्यमंत्री सहित विधायकों, मंत्रियों और तमाम हुक्मरानों का घेराव करेंगे।
उन्होंने बताया कि गैरसैंण राजधानी निर्माण अभियान के तहत राजधानी के समर्थन में रविवार 18 मार्च को देहरादून के आराघर पुलिस चौकी से विधान सभा भवन तक विशाल जनचेतना रैली का आयोजन किया जाएगा। इसमें छात्रों, आंदोलनकारियों, युवाओं सहित विभिन्न सामाजिक संगठनों की ओर से गैरसैंण को स्थायी राजधानी बनाने का प्रस्ताव पारित करने के संबंध में ज्ञापन सौंपा जाएगा।
देवेंद्र नेगी ने कहा कि जब आम जनता लोगों से भीख मांग सकती है, तो प्रदेश के मुखिया देश के प्रधानमंत्री से क्यों नहीं बजट मांग सकते हैं। इस दौरान लुशुन टोडरिया, बॉबी पंवार, सतीश धौलखंडी, देवेंद्र नेगी, गिरीश रावत, सुनील रावत, वीरेश चौधरी, विपुल गौड़, सूरज गुसाईं, प्रकाश गौड़, गणेश धामी, सूरज भट्ट आदि शामिल रहे।
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