उत्तराखंड में सूर्यदेव के तेवर तल्ख, भूस्खलन से तीन घंटे बंद रहा यमुनोत्री हाईवे
उत्तराखंड में मंगलवार को सर्वाधिक गर्म श्रीनगर रहा, जहां तापमान 39.5 डिग्री रिकॉर्ड किया गया। मौसम विभाग के अनुसार अगले 24 घंटे में सूबे में मुख्यत: आसमान साफ रहेगा।
देहरादून, [जेएनएन]: उत्तराखंड में पारा एक बार फिर 'पहाड़' चढ़ने लगा है। मैदानी इलाकों में तो गर्मी से लोग बेहाल हैं ही, पहाड़ों में भी पारा उछाल मार रहा है। मंगलवार को उत्तराखंड में सर्वाधिक गर्म श्रीनगर रहा, जहां तापमान 39.5 डिग्री रिकॉर्ड किया गया। राज्य मौसम विभाग के पूर्वानुमान के अनुसार अगले 24 घंटे में उत्तराखंड में मुख्यत: आसमान साफ रहेगा। वहीं, उत्तरकाशी में यमुनोत्री हाईवे डाबरकोट के पास भूस्खलन होने से तीन घंटे बंद रहा।
कुछ इलाकों में आंशिक रूप से बादल छाये रह सकते हैं और राज्य में कहीं-कहीं विशेषकर पर्वतीय इलाकों में हल्की बारिश होने की संंभावना है। जबकि मैदानी इलाकों में मौसम शुष्क बना रहेगा। दून का अधिकतम एवं न्यूनतम तापमान 38 व 24 डिग्री सेल्सियस रहने की संभावना है।
मंगलवार को पहाड़ों से लेकर मैदानी क्षेत्रों तक चटख धूप खिली रही। सूर्यदेव के तेवर फिर से तल्ख होने लगे हैं। जिससे दिन के समय लोगों को चिलचिलाती धूप का सामना करना पड़ रहा है। हालांकि चारधाम बदरीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री, यमनोत्री एवं हेमकुंड साहिब यात्रा सुचारू रही।
चटख धूप खिली रहने से उत्तरकाशी का तापमान 36.4, ऊधमसिंह नगर का 38.5, हरिद्वार का 38.2, रुद्रप्रयाग 37.8, व मसूरी का 27.5 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। राज्य मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक बिक्रम सिंह के अनुसार पहाड़ों में बारिश की संभावना है, लेकिन मैदानी इलाकों में मौसम शुष्क ही बना रहेगा।
पिथौरागढ़ में चार घंटे बंद रहा मार्ग
नाचनी क्षेत्र में भूस्खलन से नाचनी बांसबगड़ मार्ग चार घण्टे बंद रहा। नाचनी क्षेत्र में सोमवार की सायं हल्की वर्षा हुई। मंगलवार की सुबह से मौसम साफ था। चटक धूप खिली थी। इसी दौरान नाचनी बाँसबगड मार्ग में दुलियाबगड़ के पास अचानक मलबा गिरने लगा। देखत ही देखते भारी मलबा सड़क पर जमा हो गया। इसी के साथ मार्ग बंद हो गया। लोनिवि द्वारा मलबा हटाए जाने पर चार घंटे बाद मार्ग यातायात के लिए खुला। इस दौरान काफी संख्या में वाहन फंसे रहे।
उत्तराकाशी में तीन घंटे बंद रहा यमुनोत्री हाईवे
यमुनोत्री हाईवे पर डाबरकोट के पास मलबा आने से हाईवे तीन घंटे तक बंद रहा। इस दौरान स्यानाचट्टी और ओजरी की ओर वाहनों की लंबी कतार लगी रही। एनएच की टीम ने रात साढ़े नौ बजे हाईवे को सुचारु किया। जिसके बाद स्यानाचट्टी और ओजरी में फंसे यात्रियों निकल सके। मंगलवार की शाम को उत्तरकाशी जिला मुख्यालय, भटवाड़ी, मनेरी, बडकोट, सहित यमुनोत्री में तेज बारिश हुई। बारिश के कारण यमुनोत्री हाईवे डाबरकोट के पास साढ़े छह बजे भूस्खलन जोन से मलबा व पत्थर हाईवे पर आए। जिससे हाईवे पर यातायात बंद हुआ। दोनों ओर से यात्रियों के वाहनों की कतार लगी। एचएच की टीम हाईवे खोलने में जुटी। रात करीब साढ़े नौ बजे हाईवे को एनएच बडकोट की टीम खोल पाई। लेकिन उसके बाद भी मलबा व पत्थरों के गिरने का खतरा बना हुआ है। वहीं गंगोत्री हाईवे पर प्रशासन सुरक्षा की दृष्टि से मंगलवार देर शाम को करीब डेढ़ घंटे यातायात
रुका।
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