भाजपा नेता पर लगे आरोपों पर कांग्रेस मुखर, एसपी ग्रामीण करेंगी जांच
भाजपा के एक वरिष्ठ पदाधिकारी पर महिला से उत्पीड़न के मामले को लेकर कांग्रेस हमलावर हो गई है। वहीं भाजपा इस मामले में बेचैन है। इस मामले की जांच अब एसपी ग्रामीण को सौंपी गई है।
देहरादून, [जेएनएन]: भाजपा के एक वरिष्ठ पदाधिकारी पर महिला से उत्पीड़न के मामले को लेकर कांग्रेस हमलावर हो गई है। वहीं भाजपा इस मामले में बेचैन है। इस मामले की जांच अब एसपी ग्रामीण को सौंपी गई है।
एक महिला ने भाजपा नेता पर उत्पीडॉन का आरोप लगाने लगाया था। महिला की शिकायत की जांच वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) निवेदिता कुकरेती ने पुलिस अधीक्षक (देहात) सरिता डोभाल को सौंप दी है। एसएसपी ने कहा कि जांच के बाद ही मामले में आगे कार्रवाई की जाएगी।
शनिवार को पीड़ित महिला ने ईमेल के माध्यम से एसएसपी को शिकायत कर भाजपा नेता पर गंभीर आरोप लगाते हुए मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई की मांग की है।
महिला की ओर से लगाए गए उत्पीड़न के आरोप मीडिया में आने के बाद भाजपा ने प्रदेश महामंत्री संगठन संजय कुमार को पद से हटा दिया था। इस दौरान चार नवंबर को महिला देहरादून छोड़कर चली गई थी। साथ ही उसकी ओर से कोई तहरीर भी पुलिस को नहीं दी गई थी। अब एक हफ्ते बाद महिला ने पुलिस को ईमेल से तहरीर भेजी।
पुलिस को दी तहरीर में महिला ने बताया है कि आजीवन सहयोग निधि के चेक की डेटा एंट्री के दौरान वह संजय कुमार से संपर्क में आई। आरोप है कि संजय ने उसके साथ आपत्तिजनक हरकतें की। तहरीर में आरोप है कि इस बारे में उसने पार्टी के बड़े पदाधिकारियों से भी शिकायत की, लेकिन कोई कार्रवाई करने की बजाए उल्टा उसे ही धमकाया गया।
यहां तक कि उसने टेलीफोन कॉल्स की रिकार्डिंग भी पदाधिकारियों को दिखायी, लेकिन कार्रवाई नहीं हुई। आरोप है कि उसे जान से मारने और रातों रात गायब करने की धमकियां भी दी गईं। पीड़िता ने जानमाल के खतरे का हवाला देते हुए मामले में एफआइआर दर्ज कर कार्रवाई की मांग की है।
एसएसपी निवेदिता कुकरेती ने कहा कि शिकायत जांच एसपी ग्रामीण सरिता डोभाल को दी गई है। उन्हें जल्द ही इस पर जांच रिपोर्ट सौंपने को कहा गया है।
तहरीर में चार तारीख की घटना का जिक्र
तहरीर में पीड़िता ने चार अक्टूबर की घटना का भी जिक्र किया है। बताया कि इस दिन एक महिला पदाधिकारी ने उसे अपने घर पर बुलाया। जहां महिला पदाधिकारी के पति ने कॉल करने के लिए उसका फोन मांगा। इसके बाद वह फोन लेकर कमरे से बाहर चले गया।
इसी बीच वहां पार्टी के अन्य महिला पदाधिकारी आ गई और वहां करवाचौथ पर चर्चा होने लगी। पीड़िता ने बताया कि जब उसने फोन मांगा तो आनकानी की गई। तहरीर में पीड़िता ने बताया कि इसकी सूचना उसने धारा चौकी में दी थी, लेकिन उस पर आज तक कुछ नहीं हुआ।
कांग्रेस मुखर तो भाजपा का सधा अंदाज
भाजपा के एक वरिष्ठ पदाधिकारी पर एक महिला द्वारा आरोप लगाए जाने और पदाधिकारी को पद से हटाए जाने के बाद कांग्रेस ने इसे राजनीतिक मुद्दा बना दिया है। ऐन निकाय चुनाव के वक्त सामने आए इस प्रकरण को लेकर कांग्रेस मुखर है तो भाजपा फिलहाल सधे अंदाज में आगे बढ़ रही है।
कांग्रेस इस मामले को किसी भी तरह निकाय चुनाव तक जिंदा रखना चाहती है और इस कड़ी में पार्टी सोची-समझी रणनीति के तहत आगे बढ़ रही है। सियासी नजरिये से भाजपा के लिए यह पखवाड़ा बेहद भारी गुजरा है। पहले मुख्यमंत्री और अपर मुख्य सचिव के स्टिंग के प्रयास का प्रकरण और फिर एक महिला द्वारा पार्टी के वरिष्ठ पदाधिकारी पर उत्पीड़न का आरोप। निकाय चुनाव के वक्त इन दोनों मामलों ने भाजपा को असहज स्थिति में ला दिया।
हालांकि, पार्टी ने प्रदेश महामंत्री संगठन को पद से हटाकर उबरने का प्रयास किया, लेकिन विपक्षी कांग्रेस को बैठे-बिठाए बड़ा मुद्दा मिलने से चिंता भी बढ़ गई है। इससे पार पाने के लिए भाजपा बेहद सधे अंदाज में आगे बढ़ रही है। दूसरी तरफ, कांग्रेस ने ऐन निकाय चुनाव के मौके पर हाथ आए इन मुद्दों को भुनाने की कोशिशें शुरू भी कर दी हैं।
कांग्रेस इस जुगत में है कि निकाय चुनाव तक इन मुद्दों को जिंदा रखा जाए। वह इसे सियासी फायदे के नजरिये से देख रही है। इसके लिए कांग्रेस ने रणनीति तैयार की है और इसी हिसाब से वह कदम बढ़ा रही है।
साफ है कि आने वाले दिनों में कांग्रेस इस मसले पर अधिक हमलावर रुख अख्तियार करेगी। ऐसे में भाजपा खेमे में बेचैनी से इनकार नहीं किया जा सकता। देखने वाली बात ये होगी कि कांग्रेस के रुख का जवाब देने के लिए भाजपा क्या रणनीति अपनाती है।
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