Move to Jagran APP

इस अस्पताल में जल्द मिलेगी सिटी स्कैन की सुविधा, जानिए

दून स्थित कोरोनेशन अस्पताल में जल्द सिटी स्कैन की भी सुविधा मिलेगी। इसके अलावा अस्पताल की पैथोलॉजी लैब को भी हाईटेक बनाने की तैयारी की जा रही है।

By Raksha PanthariEdited By: Published: Mon, 23 Sep 2019 03:22 PM (IST)Updated: Mon, 23 Sep 2019 08:57 PM (IST)
इस अस्पताल में जल्द मिलेगी सिटी स्कैन की सुविधा, जानिए
इस अस्पताल में जल्द मिलेगी सिटी स्कैन की सुविधा, जानिए

देहरादून, जेएनएन। कोरोनेशन अस्पताल में जल्द सिटी स्कैन की भी सुविधा मिलेगी। इसके अलावा अस्पताल की पैथोलॉजी लैब को भी हाईटेक बनाने की तैयारी की जा रही है। अस्पताल में फुली ऑटोमेटेड बॉयोकैमिस्ट्री एनालाइजर मशीन लगेगी। सीएसआर के तहत यह सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी। 

loksabha election banner

करीब चार साल पहले जिला चिकित्सालय, दून अस्पताल को मेडिकल कॉलेज में तब्दील कर दिया गया था। अब कोरोनेशन और गांधी नेत्र चिकित्सालय को मिलाकर जिला अस्पताल बनाया जा रहा है। पर यहां पैथोलॉजी और रेडियोलॉजी विभाग में अभी भी उस मुताबिक सुविधाएं नहीं हैं। ऐसे में जिन सुविधाओं की कमी है, वह जुटाई जा रही हैं। इसके लिए कोरोनेशन अस्पताल में नई मशीनें और सामान उपलब्ध कराने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। अस्पताल में वर्तमान में सीटी स्कैन और एमआरआइ की सुविधा नहीं है। 

ऐसे में अब स्वास्थ्य विभाग अस्पताल में इन सुविधाओं को भी मुहैया कराने जा रहा है। सबसे पहले सीटी स्कैन मशीन लगाई जाएगी. अस्पताल में 16 स्लाइस की सीटी स्कैन मशीन लगाई जा रही है। इसके साथ ही फुली ऑटोमेटेड बॉयोकैमिस्ट्री एनालाइजर, सेल काउंटर, याग लेजर आदि अस्पताल को मिलने जा रहे हैं। अस्पताल के वरिष्ठ पैथोलॉजिस्ट डॉ. जेपी नौटियाल ने बताया कि सीटी स्कैन और फुली ऑटोमेटेड बॉयोकैमिस्ट्री एनालाइजर मशीन लग जाने से मरीजों को कई सुविधाएं मिल जाएंगी। फुली ऑटोमेटेड बॉयोकैमिस्ट्री एनालाइजर मशीन से एक बार में ही कई सैंपल की जांच हो सकती है। 

मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ. बीसी रमोला का कहना है कि वर्तमान समय में अस्पताल की ओपीडी में बढ़ोत्तरी हुई है। अस्पताल में उसी लिहाज से सुविधाएं बढ़ाई जा रही हैं। अस्पताल की नई बिल्ंिडग पर भी काम चल रहा है। यह अच्छी बात है कि इससे पहले ही तमाम उपकरण व मशीनें जुटा लिए जाएंगे। 

स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार  को बैठक में किया मंथन 

मसूरी के लंढौर विकास समिति के तत्वावधान में पालिका सभागार में शहर के प्रतिष्ठित नागरिकों की बैठक हुई, जिसमें मसूरी में दम तोड़ती स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार एवं विकास पर चर्चा की गई। इसमें राजकीय सेंटमेरीज चिकित्सालय और लंढौर कम्युनिटी अस्पताल के चिकित्सकों ने भी भाग लेकर चिकित्सा सेवाओं के सुधार को लेकर अपने विचार रखे। 

लंढौर विकास समिति के पंकज अग्रवाल ने कहा कि तीन-चार दशक पहले तक स्वास्थ्य सेवाओं के क्षेत्र में मसूरी का स्वर्णिम युग रहा है, जब देश भर के लोग यहां पर उपचार के लिए आते थे और स्वास्थ्य लाभ लेकर यहां से जाते थे। उसके बाद यहां की स्वास्थ्य सेवाएं खुद ही बीमार होती गईं। 

आज हल्का बुखार आने पर भी लोग देहरादून का रुख करने लगे हैं। साथ ही कहा कि एक समय में पूरे उत्तर भारत में चिकित्सा सेवाओं के लिए प्रसिद्ध रहे लंढौर कम्युनिटी अस्पताल पर आम लोगों का बहुत भरोसा था, लेकिन आज यह रेफर सेंटर बन गया है। इस मौके पर राजकीय सेंटमेरीज अस्पताल के  चिकित्साधिकारी डॉ. प्रदीप राणा ने बताया कि सेंटमेरीज और लंढौर कम्युनिटी अस्पताल में हड्डी रोग विशेषज्ञ, ईएनटी सर्जन, गायनोकोलॉजिस्ट, फिजिशियन और डेंटिस्ट तैनात हैं। एक्सरे, अल्ट्रासाउंड और पैथोलॉजी की सुविधा मौजूद हैं और अन्य सुविधाएं भी धीरे-धीरे बढ़ाई जा रही हैं। 

यह भी पढ़ें: बेकाबू होती जा रही है डेंगू की बीमारी, मरीजों का आंकड़ा हुआ चार हजार पार

लंढौर कम्युनिटी अस्पताल के चिकित्सक डॉ. जॉर्ज क्लॉर्क और प्रशासनिक अधिकारी राव ने बताया कि अस्पताल जनता को चौबीसों घंटे सेवाएं देने के लिए तत्पर है। कहा कि शहरवासियों को चिकित्सकों की योग्यता पर भरोसा करना चाहिए। बैठक को पालिकाध्यक्ष अनुज गुप्ता, प्रो. गणेश शैली, रजत अग्रवाल, स्मृति हरि, पूरण जुयाल, अनिल गोदियाल, कमांडर प्रकाश मल्होत्रा, प्रदीप भंडारी, आरती अग्रवाल, जशोदा शर्मा आदि ने भी संबोधित किया। 

यह भी पढ़ें: दून में वायरल बुखार की मार, घर-घर लोग बीमार; डेंगू करा रहा कदमताल


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.