देहरादून में बेटों ने संपत्ति हड़प बुजुर्ग पिता को घर से निकाला, जानिए पूरा मामला
देहरादून में बेटों ने वृद्धावस्था में सहारा बनने के बजाय बुजुर्ग पिता को घर से निकाल दिया। इससे पहले कूटरचना कर पिता की संपत्ति हड़प ली और फर्जी दस्तखत कर उनके खाते से 3.90 लाख रुपये भी निकाल लिए।
जागरण संवाददाता, देहरादून: बेटों ने वृद्धावस्था में सहारा बनने के बजाय बुजुर्ग पिता को घर से निकाल दिया। इससे पहले कूटरचना कर पिता की संपत्ति हड़प ली और फर्जी दस्तखत कर उनके खाते से 3.90 लाख रुपये भी निकाल लिए। दो वक्त की रोटी के लिए दर-दर भटक रहे बुजुर्ग ने इस बाबत पटेलनगर कोतवाली में अपने दोनों बेटों के खिलाफ तहरीर दी थी। जिस पर बुधवार को पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया।
मामला पटेलनगर थाना क्षेत्र का है। पुलिस के अनुसार, मौजा माजरा निवासी 75 वर्षीय हाजी मुमताज अहमद ने तहरीर में बताया कि उन्होंने वर्ष 2010 में मौजा माजरा में पत्नी कनिजा खातून के नाम से जमीन खरीदी थी। इसके बाद उस भूमि पर भवन का निर्माण कराया। एक मई 2020 को उनकी पत्नी का निधन हो गया। इसके बाद उनके बेटों अतीक अहमद और वहाजुद्दीन ने कूटरचना कर भवन को वहाजुद्दीन के नाम करा दिया। वहाजुद्दीन ने भवन अपनी पत्नी नुसरत बेबी को बेच दिया।
हाजी मुमताज अहमद का यह भी आरोप है कि वहाजुद्दीन ने उनके कमरे में रखी चेकबुक से दो चेक चोरी किए और उनके फर्जी दस्तखत कर खाते से दो किस्तों में दो लाख और 1.90 लाख रुपये निकाल लिए। आरोप है कि यह रकम वहाजुद्दीन ने अपने ससुराल पक्ष को दी। इसके बाद पीड़ित के साथ बेटे-बहू मारपीट करने लगे और बीती जुलाई में उन्हें घर से निकाल दिया। वर्तमान में वह किसी मस्जिद में रहकर गुजारा कर रहे हैं। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि कोतवाली पुलिस ने उनकी शिकायत पर कोई कार्रवाई नहीं की। जिस पर उन्होंने पुलिस महानिरीक्षक गढ़वाल को पत्र लिखकर आपबीती बताई। इस पत्र का संज्ञान लेते हुए पटेलनगर कोतवाली में आरोपितों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है।
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