Move to Jagran APP

मौत को चकमा देकर घर लौटा जवान बोला, बस एक इच्‍छा पूरी कर दो

मौत को चकमा देकर घर लौटे सेना के जवान धर्मवीर सिंह ने एक इच्‍छा जताई है। वह एक बार सेना ज्‍वाइन करना चाहता है।

By sunil negiEdited By: Published: Fri, 17 Jun 2016 06:12 PM (IST)Updated: Fri, 17 Jun 2016 08:48 PM (IST)
मौत को चकमा देकर घर लौटा जवान बोला, बस एक इच्‍छा पूरी कर दो

देहरादून। मौत को चकमा देकर घर लौटे सेना के जवान धर्मवीर सिंह ने एक इच्छा जताई है। वह एक बार सेना ज्वाइन करना चाहता है। 2009 से लापता धर्मवीर को सेना ने मृत घोषित कर दिया था। उनकी पोस्टिंग राष्ट्रीय इंडियन मिलिट्री अकेडमी देहरादून में थी।

टाइम्स ऑफ इंडिया के अनुसार, धर्मवीर सिंह ने 27 नवंबर 2009 को घटी उस काली रात का पूरा वाकया बताया, जब उसके साथ वह घटना घटी, जिसके बाद वह 7 साल तक लापता रहा। बकौल धर्मवीर, रात के करीब साढ़े 11 बजे थे। वह दो अन्य साथी जवानों के साथ अपनी बाइक से रेलवे स्टेशन से घर लौट रहा था। चकराता रोड के पास सामने से तेज गति से आ रही कार ने उनकी बाइक को टक्कर मारी। टक्कर इतनी तेज थी कि उनकी बाइक डिवाइडर को हवा में पार करते हुए सड़क की दूसरी तरफ जा गिरी।
धर्मवीर के अनुसार, उसके सिर पर गंभीर चोट आई थी, सिर और चेहरे पर चोट के अलावा वह अपनी याददाश्त भी भूल गया था।

loksabha election banner

पढ़ें:-ऐसा क्या होगा कि 21 जून को एक पल के लिए गायब हो जाएगी हमारी परछाई, क्लिक करें..

दूसरे एक्सीडेंट में याद आया सबकुछ
धर्मवीर ने कहा कि चकारात रोड पर हुए हादसे के बाद से उसे यह याद नहीं कि वह कैसे और कब हरिद्वार पहुंचा। उन्होंने कहा कि हरिद्वार में एक बार फिर वह दुर्घटना का शिकार हुआ। इस बार बाइक से लगी टक्कर के बाद जब उसे होश आया तो उनकी याददाश्त वापस आ चुकी थी।

धर्मवीर ने कहा, ''होश में आने के बाद जब लोगों ने पूछा कि तुम्हारा घर कहां हैं, तो मैंने उन्हें बता दिया और इस तरह मैं अपने घर पहुंचा।'' सात साल बाद अपने घर लौटे धर्मवीर का कहना है कि वह अपने देश के लिए अभी और समय सेना में काम करना चाहता है। उन्होंने कहा कि मेरी और कोई ख्वाहिश नहीं कि सिर्फ मुझे सेना में एक और बार शामिल किया जाए।

पढ़ें:-केदारनाथ मंदिर इतने सौ सालों तक दबा रहा बर्फ के अंदर, जानने के लिए पढ़ें...

सेना भी हैरान, कहा यह अपने में अनूठा मामला
हालांकि, धर्मवीर सेना में एक बार फिर शामिल होने की बात कर रहे हों, लेकिन यह इतना आसान नहीं है। सेना के अधिकारियों की माने तो धर्मवीर को सेना 2012 में मृत घोषित कर चुकी है। इतना ही नहीं धर्मवीर का परिवार पिछले तीन साल से पेंशन भी ले रहा है। अधिकारी कह रहे हैं कि सेना के इतिहास में यह पहला मामला है।

अगर ऐसा हो तो धर्मवीर को मिल सकता है मौका
आर्मी मेडिकल कॉरपोरेशन के रिटायर्ड डॉक्टर कर्नल हरपाल सिंह कहते हैं कि धर्मवीर को सेना में एक बार आने का मौका मिल सकता है, बशर्ते सेना उनकी सात साल की अनुपस्थिति को गलत न दर्शाए। कहा कि ऐसा खुद उन्होंने पहली दफे सुना है कि किसी की याददाश्त वापस आई हों, क्योंकि तकनीकी रूप से ऐसा नहीं हो सकता।
हालांकि, अगर सेना को अपनी जांच-पड़ताल के दौरान धर्मवीर की बातें गलत पाई जाती हैं या फिर उनकी शारिरिक और मानसिक जांच में वह अनफिट पाए जाते हैं, तो उनके लिए मुश्किल पैदा हो सकती है।
वहीं, दूसरी ओर धर्मवीर का परिवार जानना चाहता है कि वर्ष 2009 से वर्ष 2016 के बीच उनके साथ-साथ क्या-क्या हुआ। इस सम्बंध में परिवारजन धर्मवीर को तस्वीरों के माध्यम से याद दिलाने की कोशिश कर रहे हैं। उधर, डाक्टरों ने धर्मवीर को अपने दिमाग पर ज्यादा जोर न देने और खुश रहने की सलाह दी है।

पढ़ें-देवप्रयाग में कार खाई में गिरी, नवोदय विद्यालय के प्रधानाचार्य की मौत


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.