गंगोत्री में देश के पहले स्नो लेपर्ड कंजर्वेशन सेंटर की कवायद
संयुक्त राष्ट्र विकास कार्यक्रम (यूएनडीपी) के प्रोजेक्ट सिक्योर हिमालय के तहत गंगोत्री नेशनल पार्क में प्रस्तावित देश के पहले स्नो लेपर्ड कंजर्वेशन सेंटर के लिए कसरत शुरू हो गई
देहरादून, राज्य ब्यूरो । संयुक्त राष्ट्र विकास कार्यक्रम (यूएनडीपी) के प्रोजेक्ट 'सिक्योर हिमालय' के तहत गंगोत्री नेशनल पार्क में प्रस्तावित देश के पहले 'स्नो लेपर्ड कंजर्वेशन सेंटर' के लिए कसरत शुरू हो गई है। शनिवार को मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत के समक्ष इससे संबंधित प्रस्तुतीकरण दिया गया । इस सेंटर का डिजाइन नीदरलैंड के मशहूर आर्किटेक्ट प्रो.ऐने फीनिस्त्रा ने तैयार किया है। उन्होंने यह प्रस्तुतिकरण दिया। 5.30 करोड़ की लागत वाले इस सेंटर में स्नो लेपर्ड (हिम तेंदुआ) के संरक्षण-संवर्द्धन से संबंधित प्रशिक्षण की व्यवस्था होगी। साथ ही वहां पहुंचने वाले सैलानी भी दुर्लभ हिम तेंदुओं के बारे में जानकारी हासिल कर सकेंगे।
राज्य के उच्च हिमालयी क्षेत्र में हिम तेंदुओं की ठीकठाक संख्या है। अक्सर कैमरा ट्रैप में कैद होने वाली तस्वीरें इसकी तस्दीक करती है।अब इनके संरक्षण की दिशा में गंगोत्री नेशनल पार्क में स्नो लेपर्ड कंजर्वेशन सेंटर स्थापित किया जा रहा है। इसका निर्माण गंगोत्री पार्क के प्रवेश द्वार भैरोंघाटी में करीब 2800 फीट की ऊंचाई पर लंका पुल के पास प्रस्तावित है। जनवरी में शासन में प्रमुख सचिव वन आनंदबर्धन के समक्ष इस सेंटर के प्रोजेक्ट का प्रस्तुतीकरण हो चुका है।
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इसका डिजाइन तैयार करने वाले प्रो.फीनिस्त्रा ने ही प्रस्तुतीकरण दिया था। मुख्यमंत्री आवास में मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत के समक्ष इस प्रस्तावित सेंटर की कार्ययोजना का प्रस्तुतीकरण किया गया। उम्मीद जताई जा रही है कि अब स्नो लेपर्ड कंजर्वेशन सेंटर स्थापना की कवायद तेजी से आगे बढ़ेगी।यह भी पढ़ें: रैपर बादशाह के साथ सुर मिलाते नजर आएंगे पौड़ी के आशीष, दिखेगा पहाड़ी तड़का