उत्तराखंड के आर्थिक विकास में छोटे उद्योग अहम
जागरण संवाददाता, देहरादून : उत्तराखंड के आर्थिक विकास में सूक्ष्म एवं लघु उद्योगों की अहम भ्
जागरण संवाददाता, देहरादून : उत्तराखंड के आर्थिक विकास में सूक्ष्म एवं लघु उद्योगों की अहम भूमिका है। प्रदेश में सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्योग संस्थान (एमएसएमई) की संख्या करीब 55 हजार से अधिक है। जिसमें करीब 1600 करोड़ रुपये का निवेश हुआ है जबकि 2.72 लाख लोगों को रोजगार मिला हुआ है। यह बात मनीषा पंवार प्रमुख सचिव एमएसएमई उत्तराखंड ने एमएसएमई पखवाड़े के समापन पर कही।
सुभाष रोड़ स्थित एक होटल में 16-30 जनवरी तक एमएसएमई पखवाड़े का आयोजन किया गया था। पखवाड़े के समापन पर प्रमुख सचिव ने कहा कि राज्य सरकार की ओर से एमएसएमई के क्षेत्र में महत्वपूर्ण कार्य किए जा रहे हैं ताकि अधिक से अधिक युवाओं को स्वरोजगार मिले। साथ पर्वतीय क्षेत्रों के युवाओं को उनके क्षेत्रों में ही स्वरोजगार के बेहतर अवसर मिले जिससे पलायन में भी रोक लगे। कार्यशाला में 'रिवाइविंग उत्तराखंड-एमएसएमई पालिसी 2015' एवं 'पालिसी इकोसिस्टम फोर सिक वाक यूनिट पद उत्तराखंड' विषयों पर पैनल चर्चा का आयोजन किया गया। चर्चा में उद्योग निदेशक उत्तराखंड सुधीर चंद नौटियाल व सहायक प्रबंधक भारतीय रिजर्व बैंक शरद कुमार के संचालन में देश के विशेषज्ञों ने संबंधित विषयों पर अपने विचार व्यक्त किए। विशेषज्ञों ने कहा कि प्रदेश में सूक्ष्म एवं लघु उद्योगों के विकास की संभावनाएं हैं और सरकार को इस ओर ध्यान देना चाहिए। तभी राज्य का आर्थिक विकास तेज गति से होगा। भारतीय रिजर्व बैंक की उपमहाप्रबंधक तारिका सिंह ने देश की अर्थव्यस्था में एमएसएमई की महत्वपूर्ण भूमिका की जानकारी दी। कार्यक्रम में वित्त सचिव अमित सिंह नेगी, सहित अन्य संबंधित विभागों के अधिकारी एवं उद्यमी मौजूद थे।