एसआइटी करेगी पौने 19 लाख रुपये की ठगी की जांच Dehradun News
बीएम ऑटोसेल्स प्राइवेट लिमिटेड के निदेशक सचिन अजमानी के खाते से 18 लाख 70 हजार रुपये उड़ाने के मामले की जांच अब विशेष जांच दल (एसआइटी) करेगा।
देहरादून, जेएनएन। बीएम ऑटोसेल्स प्राइवेट लिमिटेड के निदेशक सचिन अजमानी के खाते से 18 लाख 70 हजार रुपये उड़ाने के मामले की जांच अब विशेष जांच दल (एसआइटी) करेगा। उप पुलिस महानिरीक्षक (डीआइजी) अरुण मोहन जोशी ने एसआइटी की कमान सीओ पल्लवी त्यागी को सौंपी है।
डीआइजी ने बताया कि बीती 20 जुलाई को एसबीआइ की मोहब्बेवाला शाखा की प्रबंधक अंजली कुशवाहा ने पटेलनगर कोतवाली में धोखाधड़ी की तहरीर दी थी। जिसमें बताया गया कि शाखा में सचिन अजमानी का खाता है। 20 जुलाई को एक अज्ञात शख्स ने बैंक प्रबंधक को कॉल कर खुद को सचिन अजमानी बताते हुए उनके खाते से वास्तविक समय सकल भुगतान (आरटीजीएस) के माध्यम से दो खातों में 18 लाख 70 हजार रुपये ट्रांसफर करा लिए थे।
इसके लिए आरोपित ने बैंक प्रबंधक को दो चेक भेजने का झांसा भी दिया था। पुलिस ने मामले की जांच शुरू की तो पता चला कि जिस नंबर से बैंक प्रबंधक को फोन किया गया था, उसका इस्तेमाल पूर्व में आगरा और कानपुर में भी इसी प्रकार की धोखाधड़ी में किया जा चुका है। ऐसे में आशंका है कि इस घटना के पीछे किसी बड़े गिरोह का हाथ हो सकता है। इसलिए डीआइजी ने मामले की जांच के लिए एसआइटी का गठन किया है। जिसमें सीओ पल्लवी त्यागी के अलावा इंस्पेक्टर देवेंद्र चौहान, सब इंस्पेक्टर जगत सिंह और सब इंस्पेक्टर विवेक भंडारी को शामिल किया गया है।
साइबर सेल ने होल्ड कराए खाते
जिन दो खातों में रुपये ट्रांसफर किए गए थे, साइबर सेल ने उनकी डिटेल निकालने के साथ खातों को होल्ड करा दिया है। इनमें से एक खाते में वर्तमान में लगभग 20 लाख रुपये जमा हैं, जिसके संबंध में जांच की जा रही है।
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बैंक की लापरवाही भी मिली
इस मामले में बैंक की लापरवाही भी सामने आई। बैंक ने सचिन अजमानी के वीआइपी ग्राहक होने के चलते सत्यापन किए बिना ही धनराशि ट्रांसफर कर दी।
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