एसआइटी की जांच में अब तक पकड़े 67 फर्जी शिक्षक, पढ़िए पूरी खबर
अब तक सीबीसीआइडी की एसआइटी ने फर्जी दस्तावेजों से नौकरी पाने वाले 67 शिक्षकों के खिलाफ कार्रवाई की है। इसमें 28 शिक्षकों के खिलाफ मुकदमे दर्ज हो गए हैं।
देहरादून, जेएनएन। सीबीसीआइडी की एसआइटी ने अब तक फर्जी दस्तावेजों से नौकरी पाने वाले 67 शिक्षकों के खिलाफ कार्रवाई की है। इसमें 28 शिक्षकों के खिलाफ मुकदमे दर्ज हो गए हैं। जबकि 39 के खिलाफ मुकदमे की संस्तुति के बाद विभागीय जांच चल रही है। इसके अलावा दो शिक्षकों के खिलाफ जांच अंतिम चरण में चल रही है।
प्रदेश में फर्जी दस्तावेजों से शिक्षक बनने वालों के खिलाफ एसआइटी जांच कर रही है। पिछले डेढ़ साल से एसआइटी ने करीब 10 हजार से ज्यादा शिक्षकों का सत्यापन किया। इनमें से 67 शिक्षक फर्जी दस्तावेजों से नौकरी करते हुए पकड़े गए। इनमें से राजकीय प्राथमिक विद्यालय खंडिजा कुतुबपुर लक्सर निवासी राजीव यादव भी शामिल हैं। राजीव ने हरिद्वार के स्थायी निवास प्रमाणपत्र से 2009 में सहायक अध्यापक की नौकरी प्राप्त की। जबकि वह मूल रूप से उत्तर प्रदेश के रहने वाले हैं। एसआइटी ने राजीव से कारण जानना चाहा तो वह जवाब नहीं दे पाए।
इस पर तहसील हरिद्वार ने भी प्रमाणपत्र को फर्जी बताया। एसआइटी प्रभारी सरिता डोबाल ने बताया कि आरोपित राजीव के खिलाफ फर्जी स्थायी निवास से नौकरी प्राप्त करने के आरोप में मुकदमे की संस्तुति कर दी है। इसकी रिपोर्ट शिक्षा महानिदेशक को भेजी गई है। उन्होंने बताया कि अभी दो शिक्षकों के प्रमाणपत्रों पर संबंधित विश्वविद्यालयों से रिपोर्ट मांगी गई है। जिनके खिलाफ जल्द कार्रवाई हो सकती है। अभी तक एसआइटी पूरे प्रदेश में 67 शिक्षकों के खिलाफ कार्रवाई कर चुकी है। इनमें से 66 के खिलाफ पूर्व एसआइटी प्रभारी श्वेता चौबे ने मुकदमे की संस्तुति दी थी।
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