शटलर लक्ष्य व कुहू को राज्य सरकार ने किया सम्मानित
जागरण संवाददाता, देहरादून : उत्तराखंड के शटलर लक्ष्य सेन और कुहू गर्ग के विदेश में देश क
जागरण संवाददाता, देहरादून :
उत्तराखंड के शटलर लक्ष्य सेन और कुहू गर्ग के विदेश में देश का नाम रोशन करने पर राज्य सरकार ने सम्मानित किया। इंडोनेशिया में हुई एशियन जूनियर बैडमिंटन चैंपियनशिप में लक्ष्य सेन ने 53 साल बाद देश को स्वर्ण पदक दिलाया। वही कुहू गर्ग को लागोस ओपन में चैंपियन बनने पर मुख्यमंत्री आवास पर सम्मान समारोह आयोजित किया गया। समारोह में मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने लक्ष्य सेन को पांच लाख 53 हजार रुपये का चेक और कुहू गर्ग की अनुपस्थिति में उनकी माता अलकनंदा अशोक को दो लाख रुपये का चेक देकर सम्मानित किया।
इससे पूर्व बुधवार सुबह खेल मंत्री अरविंद पांडे ने यमुना कॉलोनी स्थित आवास पर लक्ष्य सेन को स्मृति चिह्न भेंट कर सम्मानित किया। खेल मंत्री ने कहा कि राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सूबे का नाम रोशन करने वाले प्रदेश के खिलाड़ियों को सम्मानित किया जाएगा साथ ही प्रदेश सरकार उनकी हरसंभव सहायता करेगी। बैडमिंटन एसोसिएशन के अध्यक्ष व कुहू गर्ग के पिता एडीजी पुलिस अशोक कुमार ने बताया कि कुहू रूस में रूस ओपन चैंपियनशिप खेल रही है और इसके बाद चीन में 30 जुलाई से होने वाली वर्ल्ड चैंपियनशिप में हिस्सा लेने जाएंगी। इसके चलते वह सम्मान समारोह में शामिल नहीं हो सकी।
स्पोर्ट्स कोड सख्ती से होगा लागू
खेल मंत्री अरविंद पाडे ने कहा कि राज्य के सभी खेल संघों में स्पोर्ट्स कोड सख्ती से लागू किया जाएगा। उन्होंने कहा जल्द ही मीटिंग कर सभी संघों से स्पोर्ट्स कोड लागू करने के लिए क्या कदम उठाए गए हैं उसकी जानकारी ली जाएगी। किसी भी खेल संघ में कोई भी सरकारी अधिकारी व सेवानिवृत अधिकारी नियत समय से ज्यादा नहीं रह पाएंगे। उन्होंने यह भी साफ किया कि फुटबॉल संघ में जो भी अधिकारी हैं उन्हें पद छोड़ना होगा।
हल्द्वानी स्टेडियम की बढ़ेगी क्षमता
खेल मंत्री ने कहा कि उत्तराखंड के खिलाड़ी इसी सत्र से बीसीसीआइ से संबद्ध क्रिकेट टूर्नामेंट खेलेंगे। प्रदेश में राष्ट्रीय स्तर के आयोजन हो इसके लिए हल्द्वानी में बने क्रिकेट स्टेडियम के डिजाइन में बदलाव किया जाएगा। हल्द्वानी के स्टेडियम की क्षमता 10 हजार से बढ़ाकर 25 हजार की जाएगी। इसके बाद प्रदेश में दो अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम होंगे। जिससे आइपीएल और बोर्ड ट्रॉफी के मैच भी उत्तराखंड में कराने के प्रयास किए जाएंगे।