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ऋषिकेश की शिल्पा भाटिया बनी सांख्यिकी अधिकारी, जानिए उनकी सफलता की कहानी

तीर्थनगरी ऋषिकेश की बेटी शिल्पा भाटिया उत्तराखंड लोक सेवा आयोग की अर्थ एवं सांख्यिकी अधिकारी पद के लिए आयोजित परीक्षा में सफलता हासिल कर तीर्थनगरी का नाम रोशन किया है। खास बात यह है कि सामान्य वर्ग के महज आठ पदों में शिल्पा भाटिया का चयन हुआ है।

By Sunil Singh NegiEdited By: Published: Mon, 28 Dec 2020 07:20 PM (IST)Updated: Mon, 28 Dec 2020 09:59 PM (IST)
ऋषिकेश की शिल्पा भाटिया बनी सांख्यिकी अधिकारी, जानिए उनकी सफलता की कहानी
सफलता पर शिल्पा भाटिया को मिठाई खिलाती उनकी मां नीलम भाटिया और बहन मीनाक्षी भाटिया।

जागरण संवाददाता, ऋषिकेश। तीर्थनगरी ऋषिकेश की बेटी शिल्पा भाटिया उत्तराखंड लोक सेवा आयोग की अर्थ एवं सांख्यिकी अधिकारी पद के लिए आयोजित परीक्षा में सफलता हासिल कर तीर्थनगरी का नाम रोशन किया है। खास बात यह है कि सामान्य वर्ग के महज आठ पदों में शिल्पा भाटिया का चयन हुआ है।

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देहरादून रोड ऋषिकेश निवासी शिल्पा भाटिया बेहद साधारण परिवार से हैं। शिल्पा के पिता अजय भाटिया का वर्ष 2003 में निधन हो गया था। जिसके बाद उनकी मां नीलम भाटिया ने ही बड़ी बेटी मीनाक्षी और छोटी बेटी शिल्पा की परवरिश तथा शिक्षा दीक्षा का भार संभाला। नीलम भाटिया टिफिन सर्विस का व्यवसाय करती हैं। 

परिवार की आर्थिक स्थिति कमजोर होने के बावजूद शिल्पा भाटिया ने मां के साथ काम में हाथ बंटाने के साथ पढ़ाई पर पूरा ध्यान केंद्रित किया। उनके कड़े परिश्रम का ही परिणाम रहा कि वर्ष 2013 में सीबीएसई बोर्ड की 12वीं परीक्षा में शिल्पा भाटिया सिटी टॉपर बनी। शिल्पा राजकीय महाविद्यालय ऋषिकेश से कॉमर्स विषय में स्नातक व परास्नातक में भी विश्वविद्यालय की टॉपर रही। वर्ष 2018 में प्रथम प्रयास में ही शिल्पा ने राष्ट्रीय स्तर पर जेआरएफ परीक्षा क्वालिफाई की। वर्तमान में वह काशी हिंदू विश्वविद्यालय (बीएचयू) से पीएचडी कर रही हैं। शिल्पा भाटिया विश्वविद्यालय की ओर से कई राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में प्रतिनिधित्व कर चुकी है।

उत्तराखंड लोक सेवा आयोग द्वारा वर्ष 2018 अर्थ एवं सांख्यिकी अधिकारी पद के लिए  परीक्षा आयोजित की गई थी। जिसका परिणाम सोमवार को जारी किया गया। शिल्पा ने बताया कि इस पद के लिए कुल 14 रिक्तियां थी, जिनमें सामान्य वर्ग के लिए आठ तथा छह पद आरक्षित थे। शिल्पा ने सामान्य वर्ग में सफलता हासिल की है। शिल्पा ने कामयाबी का श्रेय अपनी मां के अथक संघर्ष को दिया है। उन्होंने कहा कि मां ने स्वयं रात को दो-दो बजे तक काम कर हमारी पढ़ाई में कोई बाधा नहीं आने दी। 

शिल्‍पा की छोटी बहन भी है होनहार

शिल्पा की छोटी बहन मीनाक्षी भाटिया भी होनहार है। वर्ष 2017 में मीनाक्षी ने भी डीएसबी स्कूल से 12वीं कक्षा में सिटी टॉप किया था। शिल्पा भाटिया पीएचडी पूरी होने के बाद भविष्य में भारतीय प्रशासनिक सेवा में जाना चाहती हैं।

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