शीशमबाड़ा प्लांट के विरोध में ग्रामीणों ने किया प्रदर्शन Dehradun News
शीशमबाड़ा कूड़ा निस्तारण केंद्र के विरोध में क्षेत्रवासियों का आंदोलन उग्र हो रहा है। सरकार और जनप्रतिनिधियों ओर से मांग पर कोई प्रतिक्रिया न मिलने से क्षेत्रवासियों में रोष है।
देहरादून, जेएनएन। शीशमबाड़ा कूड़ा निस्तारण केंद्र के विरोध में क्षेत्रवासियों का आंदोलन उग्र होता जा रहा है। सरकार और जनप्रतिनिधियों ओर से मांग पर कोई प्रतिक्रिया न मिलने के कारण क्षेत्रवासियों में रोष है। उन्होंने क्षेत्रीय विधायक पर उपेक्षा का आरोप लगाते हुए चेतावनी दी कि यदि मांग पर शीघ्र कार्रवाई नहीं हुई तो जनप्रतिनिधियों का विरोध किया जाएगा।
रविवार को 66 वें दिन धरने पर बैठी महिलाओं ने सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। महिलाओं ने विधायक पर क्षेत्रवासियों की उपेक्षा का आरोप लगाते हुए कहा कि विधायक को सम्मान और हकों की चिंता चुनाव के दौरान ही होती है। चुनाव खत्म होते ही इनका कहीं पता नहीं चलता।
कहा कि बीते शनिवार को विधायक को जनता के साथ आंदोलन में शामिल होना चाहिए था, लेकिन उन्होंने जनता का साथ नहीं दिया। कहा कि पिछले विधानसभा और लोकसभा चुनाव में स्थानीय जनता ने प्रत्याशियों को 70 प्रतिशत वोट दिया, लेकिन अब ये जीते हुए प्रत्याशी सुध लेने को भी तैयार नहीं है। सत्ताधारी दल के विधायक और सांसद की बेरुखी से क्षेत्रवासियों में खासा आक्रोश है। प्रदर्शनकारियों ने कहा कि इतने लंबे समय से आंदोलन के बाद भी जनप्रतिनिधि समस्या से वास्ता नहीं रख रहे हैं।
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चेतावनी दी कि अगर जल्द ही प्लांट नहीं हटा तो ऐसे जनप्रतिनिधियों का विरोध किया जाएगा। धरने पर सुमित्रा रावत, कमल नेगी, कुसुम भट्ट, अरविंद भट्ट, सतपाल, सुधीर रावत, सुरजीत सिंह नखोलिया, सीएम जोशी, शशि कुमार, रविकांत सिंघल, नीमा जोशी, आशा कंडारी, आहना रावत, आशा रावत, अंकित जॉली, प्रिया, स्नेहलता, मनोज कुमार दास, श्रीपाल ठाकुर, निरंजन चौहान, संदीप भंडारी, विनीता भंडारी आदि मौजूद रहे।
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