शब-ए-बरात पर खुदा की इबादत कर मांगी गुनाहों की माफी
इबादत तिलावत और सखावत का पर्व शब-ए-बरात मनाया गया। मुस्लिम धर्मावलंबियों ने रातभर जागकर अल्लाह की इबादत की। घर में रहकर ही कुरान शरीफ और नमाज पढ़ी गई।
देहरादून, जेएनएन। इबादत, तिलावत और सखावत का पर्व शब-ए-बरात गुरुवार को मनाया गया। मुस्लिम धर्मावलंबियों ने रातभर जागकर अल्लाह की इबादत की। घर में रहकर ही कुरान शरीफ और नमाज पढ़ी गई। इसके अलावा मरहूमों की आत्मा शांति के लिए दुआ मांगी गई। यह सिलसिला देर रात तक चलता रहा।
लॉकडाउन के चलते इस बार शहर काजी मौलाना मोहम्मद अहमद कासमी ने लोगों से घर में रहकर सरकार और स्वास्थ्य विभाग के निर्देशों का पालन करते हुए सादगी के साथ शब-ए-बरात मनाने की अपील की थी। जिसका लोगों ने पालन किया। गुरुवार को सुबह से ही लोगों ने घर में इसकी तैयारी शुरू कर दी थी। सभी ने अल्लाह से अपने किए गुनाहों की माफी मांगी। देर रात तक यह सिलसिला जारी रहा। इससे पहले सुबह हनुमान चौक, रेलवे स्टेशन, आइएसबीटी आदि जगहों पर लोगों ने जरूरतमंदों को हलवा और खाने के पैकेट वितरित किए। वहीं, कोई घर से बाहर न निकले, इसके लिए पुलिस क्षेत्रों में गश्त करती रही।
इस्लाम के जानकारों की मानें तो साल के सभी दिन और रात समान होते हैं। इस्लाम में पांच रातें सभी रातों से अहम मानी जाती हैं। इनमें ईद की रात, बकरीद की रात, मेअराज की रात, रमजान में शबे कद्र और शब-ए-बरात शामिल हैं। इस रात को की जाने वाली दुआ को अल्लाह कबूल करते हैं। इस रात लोगों पर अल्लाह की रहमत बरसती है।
सतर्कता से घर में ही करें शब-ए-बरात की दुआ
शब-ए-बारात के संबंध में सहसपुर थाने की पुलिस ने गुरुवार को लाउडस्पीकर से एनाउंस कर घर पर ही रहकर दो मीटर की दूरी पर बैठकर दुआ करने की अपील की।
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पुलिस ने एनाउंस किया कि लॉकडाउन चल रहा है, ऐसे में कोई भी व्यक्ति शब-ए-बारात की दुआ करने के लिए कब्रिस्तान में नहीं जाएगा। सभी लोग अपने-अपने घर में ही 2 मीटर की दूरी पर बैठकर दुआ करें। जारी आदेश-निर्देश का पूर्णत: पालन किया जाए। यदि घर से दैनिक उपभोग की वस्तुओं को लेने बाजार जा रहे हैं तो खरीददारी के दौरान दूरी बना कर रखें। घर से बाहर निकलने से पहले अपने मुंह पर मास्क, साफा, रूमाल बांधकर अच्छी तरह से ढक लें और अन्य सावधानियां बरतें। संक्रमण के संबंध में किसी भी प्रकार का मैसेज सोशल मिडिया वाट्सएप ग्रुप में न भेजें। क्षेत्र के मंदिरों, मस्जिद, मदरसे से भी ऐलान कराया गया है। पुलिस शासन से जारी निर्देश का पालन करने की अपील की।
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