बेरोजगारी के खिलाफ एसएफआइ ने किया प्रदर्शन, बाजार में निकाली विरोध रैली
एसएफआइ और भारत की जनवादी नौजवान सभा (डीवाइएफआइ) ने मंगलवार को रोजगार की मांग को लेकर डीएवी कॉलेज से जिला मुख्यालय तक विरोध रैली निकाली।
देहरादून, जेएनएन। स्टूडेंट्स फेडरेशन ऑफ इंडिया (एसएफआइ) और भारत की जनवादी नौजवान सभा (डीवाइएफआइ) ने मंगलवार को रोजगार की मांग को लेकर डीएवी कॉलेज से जिला मुख्यालय तक विरोध रैली निकाली। इस दौरान उन्होंने जिलाधिकारी के मार्फत मुख्यमंत्री को मांग पत्र भेजा है।
युवाओं ने मंगलवार को जिलाधिकारी कार्यालय के बाहर जमकर नारेबाजी की। इस दौरान वक्ताओं ने कहा कि 1981 से दोनों संगठन सबको शिक्षा, सबको काम के नारे को लेकर संघर्षरत हैं, लेकिन शिक्षा और रोजगार को लेकर वर्तमान हालात सबसे मुश्किल भरे हैं। उन्होंने इसके लिए केंद्र सरकार को जिम्मेदार ठहराया। आरोप लगाया कि कोरना की आड़ में सरकार रोजगार के अवसरों को खत्म कर रही है। श्रम कानूनों को ताक पर रखकर प्रतिदिन काम के 12 घंटे कर दिए गए हैं। उन्होंने कहा कि सभी को शिक्षा को सस्ती, वैज्ञानिक और रोजगार परख बनाया जाए।
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आर्थिक रूप से कमजोर छात्रों को चिह्नित कर उनकी फीस माफ की जाए। युवाओं को जीवनयापन के लिए स्वरोजगार और ऋण व्यवस्था उपलब्ध होनी चाहिए। कर्ज में डूबे युवाओं का ऋण माफ किया जाए। मनरेगा दायरा बढ़ाने, शहरी क्षेत्र में रोजगार की व्यवस्था, स्थानीय युवाओं को रोजगार, स्वास्थ्य सुविधाओं में विस्तार व मौजूदा अनुसूचित जाति बैकलॉग के पदों पर भर्ती की जाए। इस अवसर पर एसएफआइ के प्रदेश अध्यक्ष नितिन मलेठा, महामंत्री हिमांशु चौहान, राज्य कमेटी सदस्य सोनाली, डीएवी इकाई उपाध्यक्ष अमन कंडारी, ज्योति आदि मौजूद रहे।