उत्तराखंड में सात और मरीजों में हुई स्वाइन फ्लू की पुष्टि
उत्तराखंड में अब तक 16 लोगों की मौत भी स्वाइन फ्लू के कारण हो चुकी है। शनिवार को सात और मरीजों में स्वाइन फ्लू की पुष्टि हुई है। इनका उपचार एक अस्पताल में चल रहा है।
देहरादून, जेएनएन। स्वाइन फ्लू फैलाने वाले वायरस एच1एन1 इंफ्लूएंजा का कहर लगातार बढ़ता जा रहा है। आए दिन कोई न कोई नया मरीज इस वायरस की चपेट में आ रहा है। यहीं नहीं, प्रदेश में अब तक 16 लोगों की मौत भी स्वाइन फ्लू के कारण हो चुकी है।
शनिवार को सात और मरीजों में स्वाइन फ्लू की पुष्टि हुई है। इनका उपचार पटेलनगर स्थित श्री महंत इंदिरेश अस्पताल में चल रहा है। इस तरह राज्य में अब तक 63 लोगों में स्वाइन फ्लू की पुष्टि हो चुकी है। जबकि 29 मरीज अलग-अलग अस्पतालों से डिस्चार्ज हो चुके हैं। वहीं 18 मरीजों का उपचार शहर के अलग-अलग अस्पतालों में चल रहा है।
स्वाइन फ्लू के बढ़ते कहर के चलते स्वास्थ्य महकमे में हड़कंप मचा हुआ है। हालांकि विभागीय अधिकारी खानापूर्ति के लिए एडवाइजरी पर एडवाइजरी जारी कर अपने कर्तव्यों की इतिश्री कर रहे हैं। अधिकारियों का कहना है कि स्वाइन फ्लू के वायरस पर नियंत्रण व रोकथाम के लिए पर्याप्त व्यवस्थाएं की गई हैं। सभी सरकारी व प्राइवेट अस्पतालों को पहले से अलर्ट पर रखा गया है। मरीजों के उपचार के लिए अलग से आइसोलेशन वार्ड बनाने के लिए कहा गया है। अस्पतालों में मरीजों के उपचार के लिए एंटीवायरल औषधियां पर्याप्त मात्र में उपलब्ध हैं।
ऐसे करें बचाव
लक्षणों वाले मरीज को आराम, खूब पानी पीना चाहिए। शुरुआत में पैरासिटामॉल जैसी दवाएं बुखार कम करने के लिए दी जाती हैं। बीमारी के बढ़ने पर एंटी वायरल दवा ओसेल्टामिविर (टैमी फ्लू) और जानामीविर (रेलेंजा) जैसी दवाओं से स्वाइन फ्लू का इलाज किया जाता है
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