आंदोलन को गति देने के लिए बनाई गई सात समितियां
मातृसदन में आयोजित प्रेस वार्ता में परमाध्यक्ष स्वामी शिवानंद ने बताया कि मंथन में गंगा की अविरलता और निर्मलता को जनांदोलन का निर्णय लिया गया।
हरिद्वार, जेएनएन। मातृसदन में ब्रह्मलीन स्वामी सानंद की मांगों के समर्थन में अनशनरत ब्रह्मचारी आत्मबोधानंद के समर्थन में 19 और 20 जनवरी को आयोजित मंथन के बाद गंगा आंदोलन को गति देने के लिए सात समितियों का गठन किया गया। गंगा प्रेमियों को अहम जिम्मेदारी सौंपी गई।
मातृसदन में सोमवार को आयोजित प्रेस वार्ता में परमाध्यक्ष स्वामी शिवानंद ने बताया कि मंथन में गंगा की अविरलता और निर्मलता को जनांदोलन का निर्णय लिया गया। इसे गति देने को मंथन बाद सात समिति यथा स्कूल-कॉलेज समिति, ट्यूटर और फेसबुक समिति, जंतर-मंतर पर धरना-प्रदर्शन को समिति, मातृसदन में साप्ताहिक बैठक को समिति के अलावा दिल्ली से हरिद्वार तक निकाली जाने वाली पदयात्रा समिति, ऑनलाइन पेटिशन, हरिद्वार, वाराणसी और गंगासागर में होने वाली बैठक के लिए समिति और न्यूज रूम समिति शामिल है। बताया कि प्रत्येक सोमवार गंगा प्रेमी अपने-अपने क्षेत्रों में उपवास भी रखेंगे।
यह भी पढ़ें: सिर्फ 13 अनुयायियों ने ही किए स्वामी सानंद के पार्थिव शरीर के दर्शन
यह भी पढ़ें: स्वामी सानंद की हुई सुनियोजित हत्या: स्वामी शिवानंद सरस्वती