यहां चुनावी रंजिश को देखते हुए तय होंगे संवदेनशील पोलिंग बूथ, जानिए
पंचायत चुनाव व्यक्तिगत रंजिश से जुड़ा रहता है। ऐसे में सोशल मीडिया से लेकर गांव-कस्बों में होने वाले विवाद पर पुलिस पैनी नजर रखने के निर्देश दिए गए हैं।
देहरादून, जेएनएन। पुलिस महानिदेशक अनिल कुमार रतूड़ी ने कहा कि पंचायत चुनाव व्यक्तिगत रंजिश से जुड़ा रहता है। ऐसे में सोशल मीडिया से लेकर गांव-कस्बों में होने वाले विवाद पर पुलिस पैनी नजर रखें। सुरक्षा की दृष्टि से संवेदनशील और अतिसंवेदनशील बूथों का निर्धारण प्रत्याशी और पूर्व में घटित रंजिश को ध्यान में रखते हुए निर्धारण करें। इस दौरान आठ हजार मतदान केंद्रों पर तैनात होने वाली 15 हजार फोर्स को समय पर ब्रीफिंग करने के निर्देश दिए गए।
पुलिस मुख्यालय में शुक्रवार को डीजीपी ने राज्य के समस्त जनपद प्रभारियों और परिक्षेत्र प्रभारियों की वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से पंचायत चुनाव तैयारी पर बैठक ली। उन्होंने कहा कि पुलिस बल का मतदान केंद्र पर सही तरीके से उपयोग कराने के लिए समय पर प्लान बनाएं। कोई अप्रत्यक्ष घटना न घट सके, इस पर नजर बनाए रखें। राज्य चुनाव आयोग के दिशा-निर्देशों का स्वयं अवलोकन कर उनका अनुपालन कराएं। तीन चरणों में होने वाले चुनाव के लिए फोर्स का प्लान भी समय पर बनाएं। कहा कि 5,11, और 16 अक्टूबर को मतदान के बाद 21 अक्टूबर को मतगणना की भी तैयारी पहले से शुरू की जाए।
इस मौके पर चुनाव में आठ हजार पुलिस बल, 25 कंपनी पीएसी, साढ़े तीन हजार होमगार्ड एवं तीन हजार पीआरडी जवान नियुक्त होंगे। बैठक में डीजी लॉ एंड आर्डर अशोक कुमार, एडीजी वी विनय कुमार, आइजी संजय गुंज्याल, एपी अंशुमान, पुष्पक ज्योति, डीआइजी विमला गुंज्याल, रिधिम अग्रवाल, आदि मौजूद रहे।
चुनाव में इन बातों का रखें ध्यान
-सभी एसपी और एसएसपी मतदान केंद्रों की महत्वपूर्ण जानकारी की अभिलेखीयकरण कर लें।
-भौगोलिक, साम्प्रदायिकता, चुनावी रंजिश पर ही संवदेनशीलता और अति संवदेनशीलता का निर्धारण करें।
-जिलाधिकारी से वार्ता कर स्ट्रांग रुम की सुरक्षा ब्लॉक स्तर से सीसीटीवी कैमरे लगाएं।
-शस्त्र लाइसेंसों का सत्यापन कर चुनाव तक इन्हें जमा कराएं।
-शरारती तत्वों पर 107/116 और 151 सीआरपीसी, गुंडा व गैंगेस्टर एक्ट की कार्रवाई करें।
-अंतरराज्यीय बैरियरों पर सीसीटीवी कैमरे, सूचना संकलन हेतु वीडियो कैमरे तथा सूचनाओं के त्वरित आदान-प्रदान हेतु वायरलेस सेट स्थापित करें।
4.5 लाख मतदाता चुनेंगे 3986 पंचायत प्रतिनिधि
जनपद में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव की तैयारियां अंतिम चरण में चल रही है। 3986 प्रधान, ग्राम पंचायत सदस्य, क्षेत्र पंचायत और जिला पंचायत सदस्यों का चुनाव चार लाख 60 हजार मतदाता करेंगे। इसके लिए छह हजार से ज्यादा प्रत्याशी चुनाव मैदान में खड़े हैं।
पंचायत चुनाव की अंतिम मतदाता सूची तैयार हो गई है। नामांकन पत्रों की जांच के बाद शनिवार को प्रत्याशियों की स्थिति साफ हो जाएगी। इससे पहले पंचस्थानी कार्यालय ने जनपद में चार लाख 60 हजार मतदाताओं की सूची जारी कर दी है। यह मतदाता पंचायत चुनाव के तीन चरणों में अपने मतों का प्रयोग करेंगे। पहले चरण में पांच अक्टूबर को विकासखंड डोईवाला के 203 और रायपुर के 54 मतदेय स्थलों पर मतदान होगा। दूसरे चरण में 11 अक्टूबर को सहसपुर और कालसी और तृतीय चरण में 16 अक्टूबर को विकासनगर और चकराता में मतदान होगा। जनपद में कुल 583 मतदान केंद्र और 923 मतदान स्थल हैं।
इनमें चकराता में 131 मतदान केंद्र व 134 मतदेय स्थल, कालसी में 120 मतदान केंद्र व 127 मतदेय स्थल, विकासनगर में 109 मतदान केंद्र व 208 मतदेय स्थल, सहसपुर में 95 मतदान केंद्र व 197 मतदेय स्थल बनाए गए हैं। इस दौरान 3335 ग्राम पंचायत सदस्य, 401 ग्राम प्रधान, 220 क्षेत्र पंचायत और 30 जिला पंचायत सदस्यों के लिए मतदान होगा। जिलाधिकारी सी रविशंकर ने बताया कि मतदान की तैयारियों को अंतिम रूप दिया जा रहा है। रायपुर और डोईवाला के लिए तीन को चुनाव सामग्री और चार को पोलिंग पार्टी रवाना की जाएगी।
चुनाव प्रशिक्षण से कन्नी काटने वाले कर्मचारियों पर जल्द कार्रवाई
त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में प्रशिक्षण और ड्यूटी से कन्नी काटने वाले कार्मिकों की खैर नहीं। जिलाधिकारी सी रविशंकर ने ऐसे कार्मिकों को चिह्नित करने के निर्देश दिए हैं। कहा कि परीक्षण के बाद कार्मिकों के खिलाफ लोक प्रतिनिधित्व अधिनियम में कार्रवाई की जाएगी। पंचायत चुनाव प्रशिक्षण के दौरान पहले दिन 67 और दूसरे दिन 51 कार्मिक अनुपस्थित रहे। अभी प्रशिक्षण प्रथम चरण में ही चल रहा है। ऐसे में कार्मिकों की अनुपस्थिति से उच्चाधिकारी भी नाराज हैं। हालांकि बीमारी और दूसरे कारण चलते कार्मिक प्रशिक्षण में शामिल न होना बता रहे हैं। मगर, इसके प्रमाण अभी तक पंचस्थानी कार्यालय को नहीं मिले हैं।
अपर जिलाधिकारी वित्त और राजस्व बीर सिंह बुदियाल ने बताया कि शुक्रवार को भी ओएनजीसी सभागार में कार्मिकों को ट्रेनिंग दी गई। इस दौरान मास्टर ट्रेनर जिला सेवायोजन अधिकारी प्रवीण गोस्वामी, ईई नमित रमोला तथा डीपीआरओ एम जफरखान ने कार्मिकों को प्रशिक्षण दिया है। इस दौरान प्रशिक्षण में 307 पीठासीन अधिकारी, 319 मतदान अधिकारी प्रथम और 319 मतदान अधिकारी द्वितीय उपस्थित हुए।
जबकि 25 पीठासीन अधिकारी, 13 मतदान अधिकारी प्रथम और 13 मतदान अधिकारी द्वितीय अनुपस्थित रहे। जिलाधिकारी सी रविशंकर ने बताया कि अनुपस्थित रहने वाले अधिकारियों और कर्मचारियों से स्पष्टीकरण मांगा गया है। यदि ठोस कारण न बताया गया तो संबंधित के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी। इसके अलावा कार्मिकों को अंतिम मौका प्रशिक्षण में दिया जाएगा।
जिला पंचायत सदस्य पद के लिए 13 नामांकन निरस्त
पंचायत चुनाव के नामांकन पत्रों की जांच के अंतिम दिन जिपं सदस्य के लिए दावेदारों के कुल 13 नामांकन निरस्त हुए। जिपं के 30 पदों के लिए 160 दावेदारों ने पर्चे भरे थे। इस तरह अब सिर्फ 147 दावेदार मैदान में हैं। त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में ग्राम पंचायत सदस्य, ग्राम प्रधान, क्षेत्र पंचायत सदस्य और जिला पंचायत सदस्य के नामांकन पत्रों की जांच का अंतिम दिन शुक्रवार को था।
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शुक्रवार की देर रात तक जनपद में नामांकन पत्रों की जांच और निरस्त हुए पत्रों का आंकड़ा जारी नहीं किया जा सका। रात करीब 12:00 बजे तक सिर्फ जिला पंचायत सदस्य के नामांकन पत्रों की जांच के आंकड़े ही जारी किए जा सके। पंचस्थानी अधिकारी सुशील जोशी ने बताया कि आज से नाम वापसी होगी।
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