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Corona Virus: कोरोना की आशंका में नौसेना अधिकारी समेंत दो के सैंपल जांच को भेजे

अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान ऋषिकेश में देहरादून निवासी एक नौसेना अधिकारी को कोरोना वायरस की आशंका को देखते हुए आइसोलेशन वार्ड में भर्ती किया गया है।

By BhanuEdited By: Published: Sun, 09 Feb 2020 02:09 PM (IST)Updated: Sun, 09 Feb 2020 02:09 PM (IST)
Corona Virus: कोरोना की आशंका में नौसेना अधिकारी समेंत दो के सैंपल जांच को भेजे
Corona Virus: कोरोना की आशंका में नौसेना अधिकारी समेंत दो के सैंपल जांच को भेजे

ऋषिकेश, जेएनएन। अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान ऋषिकेश में देहरादून निवासी एक नौसेना अधिकारी को कोरोना वायरस की आशंका को देखते हुए आइसोलेशन वार्ड में भर्ती किया गया है। इनका रक्त सैंपल इंडियन वॉयरोलॉजी इंस्टीट्यूट पुणे भेजे गए। 

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एम्स के जनसंपर्क अधिकारी डॉ. हरीश थपलियाल ने बताया कि शनिवार की शाम एक कोरोना वायरस आशंकित मरीज को एम्स के आइसोलेशन वार्ड में भर्ती कराया गया है। उन्होंने बताया कि देहरादून निवासी 34 वर्षीय नेवी चीफ ऑफिसर ताइवान से समुद्री जाहज से तियानजिन चाइना गए थे। जहां वह 22 जनवरी से 24 जनवरी तक रुके थे। इसके बाद वह बैंकॉक होकर आने वाली फ्लाइट से 25 जनवरी को दिल्ली पहुंचे। 

जनसंपर्क अधिकारी डॉ. हरीश थपलियाल के मुताबिक यह अधिकारी छह फरवरी को देहरादून आ गए थे। बाद में उन्हें स्वास्थ्य संबंधी समस्या हुई। उन्हें 102 डिग्री बुखार था। उन्हें ठंड लगने के साथ सूखी खांसी की भी शिकायत है। उन्हें नाक से सांस लेने में रुकावट आ रही है। उन्हें अन्य कोई दिक्कत नहीं है। एहतियातन उन्हें आइसोलेशन वार्ड में रखा गया है। 

वहीं चीन के बुहान शहर में योग प्रशिक्षक के रूप में काम करने वाले ऋषिकेश मूल के एक युवक का ब्लड सैंपल एम्स ऋषिकेश ने जांच के लिए पुणे स्थित प्रयोगशाला को भेजा है। युवक आईडीएसपी टीम की सलाह पर एम्स ऋषिकेश ने रुटीन जांच के लिए आया था। 

जानकारी के मुताबिक मूलरूप से ऋषिकेश निवासी 36 वर्षीय युवक पिछले पांच वर्षों से चीन में योग प्रशिक्षक के रूप में काम कर रहा था। वह पिछले एक साल से वुहान शहर में था और 23 जनवरी 2020 को भारत आया था।

एम्स के जनसंपर्क अधिकारी डॉ. हरीश थपलियाल ने बताया कि युवक शनिवार को आईडीएसपी टीम की सलाह पर वह एम्स में नियमित स्वास्थ्य जांच के लिए आया था। जानकारी लेने पर पता चला कि पिछले दो हफ्तों में उनके सहयोगियों में से किसी में भी कोरोना के लक्षण नहीं हैं। भारत पहुंचने के बाद, वह अपने परिवार के बाकी सदस्यों के साथ घर पर रह रहा था। पारिवारिक सदस्यों में भी कोरोना वायरस के कोई लक्षण नहीं हैं। 

स्कूलों में प्रार्थना सभा में देनी होगी कोरोना की जानकारी

चीन से फैले कोरोना वायरस की दहशत प्रदेश में भी है। इसके लिए स्वास्थ्य विभाग तमाम इंतजाम किए हैं। अब शिक्षा विभाग भी मुस्तैद हुआ है। शिक्षा निदेशालय ने स्कूलों को कोरोना वायरस के बारे में बच्चों को जानकारी देने के आदेश जारी किए गए। अब स्कूलों में प्रार्थना सभा के समय बच्चों को कोरोना वायरस और इससे बचाव के उपायों की जानकारी दी जाएगी। जिससे लोग सर्तकता बरते और इस रोग की चपेट में न आएं। 

शिक्षा निदेशक आरके कुंवर ने समस्त जिलों के सीईओ को पत्र जारी कर निर्देश दिए कि अनिवार्य रूप से स्कूली बच्चों को कोरोना की जानकारी दी जाए। इस संबंध में मुख्य शिक्षा अधिकारी देहरादून आशा रानी पैन्यूली ने कहा कि सोमवार से जिले के समस्त स्कूलों में प्रार्थना सभा में कोरोना वायरस के बारे में विस्तार से जानकारी दी जाएगी। 

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इसमें कोरोना वायरस क्या है, इसके संक्रमण के लक्षण, इसके बचाव के तरीके बताए जाएंगे। इसके साथ ही शिक्षा विभाग ने अभिभावकों को बच्चों को अनावश्यक यात्रा नहीं कराने, बिना किसी चिकित्सकीय परामर्श के कोई दवा न देने और लोगों से हाथ न मिलाने, गले न मिलने की हिदायत दी है। इसके अलावा  निदेशालय ने स्कूलों में स्वास्थ्य विभाग की ओर से जारी कोरोना वायरस की जानकारी वाला पैम्प्लेट भी लगाने के निर्देश दिए।

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