महिला अस्पताल में अब चाक-चौबंद होगी सुरक्षा व्यवस्था
दून मेडिकल कॉलेज के स्त्री एवं प्रसूति रोग विभाग (महिला अस्पताल) में चिकित्सक व स्टाफ के साथ मारपीट की घटना के बाद अफसरों की नींद भी टूटी है। मेडिकल कॉलेज प्रशासन ने स्टाफ की सुरक्षा को लेकरकसरत शुरू कर दी है।
जागरण संवाददाता, देहरादून: दून मेडिकल कॉलेज के स्त्री एवं प्रसूति रोग विभाग (महिला अस्पताल) में चिकित्सक व स्टाफ के साथ मारपीट की घटना के बाद अफसरों की नींद भी टूटी है। मेडिकल कॉलेज प्रशासन ने स्टाफ की सुरक्षा को लेकरकसरत शुरू कर दी है। जिसके तहत चिकित्सा अधिकारी, डॉक्टर और सुरक्षाकर्मी अब वॉकी टॉकी से लैस होंगे। जिस पर पल-पल का अपडेट लिया जाएगा। किसी तरह कोई अनहोनी या हंगामा होने की की स्थिति में तत्काल जानकारी संबंधित अधिकारी व पुलिस को दी जाएगी।
मंगलवार को उत्तरकाशी निवासी एक महिला के गर्भस्थ शिशु की मौत के बाद उसे उपचार के लिए दून महिला अस्पताल लाया गया था। महिला के परिजनों ने डॉक्टर व स्टाफ पर इलाज में लापरवाही का आरोप लगा हंगामा किया। यही नहीं डॉक्टर व स्टाफ के साथ मारपीट व गालीगलौच भी की। बुधवार को प्राचार्य डॉ. आशुतोष सयाना, चिकित्सा अधीक्षक डॉ. केके टम्टा, डिप्टी एमएस डॉ. एनएस खत्री, डिप्टी एमएस महिला विंग डॉ. मनोज शर्मा, पीआरओ महेंद्र भंडारी, एपीआरओ संदीप सिंह राणा ने चिकित्सक व स्टाफ के साथ सुरक्षा को लेकर मंथन किया। यह तय हुआ कि महिला अस्पताल के लेबर रूम के बाहर दोनों तरफ जाली लगाई जाएगी। लेबर रूम के डॉक्टर और स्टाफ ऑफिस में माइक की व्यवस्था होगी। साथ ही अस्पताल परिसर में सीसीटीवी कैमरे और एनाउसमेंट सिस्टम लगाए जाएंगे। इसके अलावा वॉकी टॉकी की सुविधा पर निर्णय लिया गया है। पहले चरण में लेबर रूम, गायनी ऑपरेशन थियेटर, गायनी की विभागाध्यक्ष, चिकित्सा अधीक्षक और उप चिकित्सा अधीक्षकों व गार्ड को वॉकी टॉकी सेट दिए जाएंगे। ताकि किसी भी हंगामे की स्थिति में आपस में जानकारी संबंधित को दी जाएं। अधिकारियों ने गार्ड ड्यूटी वालों को भी सुरक्षा में कोताही बरतने पर फटकार लगाई। बताया गया कि अब शराब पीकर लेबर रूम के बाहर और डॉक्टर या अन्य स्टाफ के कक्ष में पहुंचने वालों का तुरंत मेडिकल कर पुलिस को सूचित किया जाएगा। उधर, मंगलवार रात हुई मारपीट की घटना के विरोध में गाइनी की ओपीडी बुधवार सुबह कुछ देर बंद रही। जिस कारण मरीजों को खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ा।