Coronavirus: सब रजिस्ट्रार कार्यालय में सुरक्षा व्यवस्था ध्वस्त. इन बातों का रखें ख्याल Dehradun News
जिस कोरोना वायरस के संक्रमण ने पूरी दुनिया को हिलाकर रख दिया है उसको लेकर दून के सब रजिस्ट्रार कार्यालय (भूमि) में हद दर्जे की अनदेखी देखने को मिली।
देहरादून, जेएनएन। जिस कोरोना वायरस के संक्रमण ने पूरी दुनिया को हिलाकर रख दिया है, उसको लेकर दून के सब रजिस्ट्रार कार्यालय (भूमि) में हद दर्जे की अनदेखी देखने को मिली। सब रजिस्ट्रार कार्यालय में कोरोना के बढ़ते संक्रमण को धता बताते हुए लोग एक-दूसरे से सटकर और बिना किसी एहतियात के कार्यालय में घुस रहे थे।
बेशक रजिस्ट्री स्थल पर प्रवेश से पहले काउंटर लगाकर सभी को सेनिटाइजर का प्रयोग कराया जा रहा था, मगर इससे पहले तो लोग आपस में सटकर ही आ रहे थे। मान लीजिए कोई व्यक्ति इस भीड़भाड़ में किसी अन्य से संक्रमित हो गया, तो बाद में हाथों को सेनिटाइज करने से क्या फायदा। गंभीर यह कि अपर जिलाधिकारी (वित्त एवं राजस्व) बीर सिंह बुदियाल की मांग के अनुरूप कार्यालय खुलने के एक घंटे तक भीड़ को नियंत्रित करने के लिए कोई पुलिस कर्मी मौजूद नहीं था।
कोरोना संक्रमण को लेकर लापरवाही बरत रहे लोगों की स्थिति को देख एक दफा सब रजिस्ट्रार रामदत्त मिश्र भी बाहर आए और लोगों से एक दूसरे से दूरी बनाकर आने को कहा। मगर किसी ने उनकी बात पर ध्यान नहीं दिया। इतना ही नहीं जब सब रजिस्ट्रार कार्यालय में तीन पुलिस कर्मी पहुंचे लेकिन वह भी मूकदर्शक बने रहे।
800 लोगों की सुरक्षा सीधे खतरे में
कोरोना वायरस के खतरे को देखते हुए प्रशासन ने यह व्यवस्था कर रखी थी कि टोकन के अनुसार एक बार मे सिर्फ क्रेता- विक्रेता, दो गवाह व संबंधित वकील ही रजिस्ट्री स्थल में प्रवेश करेंगे। इसका पालन काफी हद तक कराया भी गया और सभी के हाथों को पहले सेनिाइज किया गया।
बायोमेटिक मशीन को भी हर बार सेनिटाइज किया गया, मगर भीतर प्रवेश करने तक सभी लोग असुरक्षित ढंग से भीड़ में खड़े रहे। इस तरह कार्यालय बंद होने तक करीब 800 लोगों (करीब150 रजिस्ट्री हुई) की जान खतरे में ही रही। गंभीर यह कि क्रेता- विक्रेता के साथ जो वकील थे, वह सीधे उस कचहरी से जुड़े हैं, जहां 3500 से अधिक अधिवक्ता पंजीकृत हैं। कोरोना एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति को संक्रमित कर रहा है। ऐसे में एक संक्रमित व्यक्ति भी हजारों लोगों में यह वायरस आसानी से फैला सकता है।
बायोमेटिक को सेनिटाइज किया, पेन भूल गए
सब रजिस्ट्रार कार्यालय में हर पंच के बाद बायोमेटिक मशीन को सेनिटाइज किया जा रहा था, मगर जिस पेन से डिजिटल हस्ताक्षर कराए जा रहे थे, उसे सेनिटाइज किया ही नहीं गया। बेशक पेन के इस्तेमाल से पहले संबंधित के हाथ सेनिटाइज कर दिए गए हैं, मगर इस बीच यदि कोई अपना हाथ मुंह या नाक पर लगाता हो तो संक्रमण होने का खतरा बना रहेगा। हालांकि, बाद में इस चूक को दूर कर दिया गया था।
इस तरह करें अपना बचाव
-जितना हो सके भीड़भाड़ वाले इलाकों में जाने से बचें, संभव हो तो अगले कुछ दिन घर पर रहकर ही काम करें।
-बाहर जाने पर किसी भी वस्तु को छूने से बचें, यदि किसी वस्तु को छू लिया है तो तुरंत सेनिटाइजर से हाथ साफ करें।
-वायरस सीधे आपको संक्रमित नहीं करता है, जब तक कि वह आपके मुहं या नाक में प्रवेश न करे।
-इसलिए मुहं व नाक को न छुएं और घर से बाहर होने पर निश्चित अंतराल में अपने हाथ सेनिटाइज करते रहें।
जागरण ने कमी दिखाई तो काउंटर लगाया नीचे
सब रजिस्ट्रार कार्यालय में प्रवेश करने के लिए गलियारानुमा सीढ़ी से होकर गुजरना पड़ता है। इसके बाद यह काउंटर कार्यालय के दरवाजे के पास लगा था। इसके ठीक पीछे बैठने के लिए कुछ बेंच भी लगाए गए हैं। लोगों की भीड़ यहीं जमा हो रही थी। जागरण ने जब इस काउंटर की खामी को अधिकारियों के समक्ष उठाया तो काउंटर नीचे लगा दिया गया। इससे लोगों के बीच दूरी भी नजर आने लगी।
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इस तरह की छोटी चूक कर सकती है बड़ी चोट
-मान लीजिए कोई व्यक्ति संक्रमित है तो उसमें इसके लक्षण आने में 14 दिन का समय लग सकता है।
-इस दौरान वह व्यक्ति जितने अन्य लोगों के संपर्क में आएगा, उनके भी संक्रमित होने का खतरा भी उतना ही बढ़ जाएगा।
-यह वायरस संक्रमित व्यक्ति के किसी भी वस्तु को छूने पर उसमें भी पहुंच जाता है, लिहाजा आप भी उन वस्तुओं को छूते हैं तो वायरस आपके शरीर में पहुंच सकता है।