बच्चों की सुरक्षा से खिलवाड़ जारी, बिना फिटनैस दौड़ते मिले वाहन Dehradun News
शहर के निजी स्कूल और कालेजों ने बच्चों की सुरक्षा से खिलवाड़ की कसम खाली है। परिवहन विभाग ने स्कूल और कालेजों के वाहनों की चेकिंग की तो वाहन बगैर फिटनेस के दौड़ते मिले।
देहरादून, जेएनएन। लगता है शहर के निजी स्कूल और कालेजों ने बच्चों की सुरक्षा से खिलवाड़ की कसम खाली है। सोमवार को परिवहन विभाग ने स्कूल और कालेजों के वाहनों की चेकिंग की तो वाहन बगैर फिटनेस के दौड़ते मिले थे और चालकों के पास ड्राइविंग लाइसेंस ही नहीं थे। मंगलवार को परिवहन विभाग ने शहर में दोबारा चेकिंग की तो स्कूल बसें व वैन बगैर परमिट, टैक्स और फिटनेस के बिना दौड़ते मिले। तीन स्कूल बसें और दो वैन सीज कर दी गई जबकि 20 स्कूली वाहनों के चालान किए गए। इसके अलावा दस अन्य वाहन भी सीज किए।
स्कूली वाहनों की शिकायतों पर परिवहन आयुक्त शैलेश बगोली और उपायुक्त एसके सिंह की ओर से आरटीओ दिनेश चंद्र पठोई को चेकिंग अभियान चलाने के आदेश दिए गए थे। एआरटीओ (प्रवर्तन) अरविंद पांडे समेत परिवहन कर अधिकारियों की टीमों ने सोमवार के बाद मंगलवार को भी अभियान जारी रखा। जोगीवाला से लेकर नंदा की चौकी, चकराता रोड, राजपुर रोड व घंटाघर पर स्कूली बसों व वैन का चेकिंग अभियान चलाया। वसंत विहार, सहस्रधारा रोड, डालनवाला, कैंट, चकराता रोड, प्रेमनगर में चलाए अभियान में स्कूल बसें अपने रूटों के बजाए दूसरे रूटों पर दौड़ती मिलीं।
कुछ बसें परमिट के बिना समेत टैक्स चुकाए बिना, फिटनेस बगैर दौड़ रही थीं। पांच बसों के चालकों के पास लाइसेंस ही नहीं था। ऐसी तीन बसें सीज की गईं। वैन में भी यही स्थिति थी। स्कूली वैन में बच्चे ठूंस-ठूंसकर भरे हुए थे। एक वैन तो प्राइवेट चल रही थी। जिसे सीज कर दिया गया। एआरटीओ पांडे ने बताया कि अभियान जारी रहेगा। चेकिंग अभियान में अन्य वाहनों की जांच भी की गई। अभियान में मंगलवार को कुल 15 वाहन सीज जबकि 50 के चालान किए गए। एआरटीओ ने बताया कि दो दिन में 30 वाहन सीज जबकि 150 वाहनों का चालान हुआ।
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40 सीटर बस में 80 सवारी
चेकिंग अभियान के दौरान एआरटीओ ने आशारोड़ी चेकपोस्ट पर बिहार जाने वाली डग्गामार बस भी पकड़ी। इस स्लीपर कोच में 40 सवारियों की सीटिंग पर 80 सवारी ठूंस-ठूंसकर बैठाई गई थी। एआरटीओ ने बस सीज कर दी। यात्रियों ने हंगामा शुरू कर दिया। उन्होंने बताया कि वे परिचालक को पूरा किराया दे चुके हैं। एआरटीओ की ओर से रोडवेज अधिकारियों को फोन कर अतिरिक्त बसें मांगी गईं, लेकिन रोडवेज ने हाथ खड़े कर दिए। जिसके बाद सवारियों के आग्रह पर बस को वापस आइएसबीटी लाया गया। यहां सवारियों को उतार बस आशारोड़ी चेकपोस्ट ले जाकर सीज कर दी गई। सवारियों ने दिल्ली जाने वाली रोडवेज की बसों में जैसे-तैसे सफर किया।
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