Move to Jagran APP

आपदा प्रबंधन में देवदूत बनेंगे स्कूली छात्र-छात्राएं, दिया जाएगा रेस्‍क्‍यू प्रशिक्षण

एसडीआरएफ अब हर स्कूल और गांव के स्वयंसेवियों को आपदा से निपटने के गुर सिखाएगी। इसकी शुरुआत एनसीसी, एनएसएस और स्काउट गाइड से की जाएगी।

By Edited By: Published: Tue, 12 Feb 2019 03:01 AM (IST)Updated: Tue, 12 Feb 2019 11:50 AM (IST)
आपदा प्रबंधन में देवदूत बनेंगे स्कूली छात्र-छात्राएं, दिया जाएगा रेस्‍क्‍यू प्रशिक्षण
आपदा प्रबंधन में देवदूत बनेंगे स्कूली छात्र-छात्राएं, दिया जाएगा रेस्‍क्‍यू प्रशिक्षण

देहरादून, संतोष भट्ट। एसडीआरएफ (स्टेट डिजास्टर रिलीफ फोर्स) अब हर स्कूल और गांव के स्वयंसेवियों को आपदा से निपटने के गुर सिखाएगी। इसकी शुरुआत एनसीसी, एनएसएस और स्काउट गाइड से जुड़े छात्र-छात्राओं को प्रशिक्षण देने के साथ की जाएगी। इसके अलावा 10 हजार 376 महिला और युवा मंगल दल के सदस्यों को भी सर्च एंड रेस्क्यू का प्रशिक्षण दिया जाएगा। 

loksabha election banner

आपदा की दृष्टि से संवेदनशील जनपदों और चारधाम यात्रा रूट से प्रशिक्षण की शुरुआत की जाएगी। एसडीआरएफ विजन 2020 के तहत आपदा प्रबंधन में जुटा है। इसके तहत ग्राम प्रहरी, पूर्व सैनिकों, चौकीदार, आपदा स्वयं सेवक, रेडक्रॉस सोसायटी और पुलिस को पहले ही प्रशिक्षण दिया जा चुका है। दूसरे चरण में प्रत्येक गांव की महिला मंगल दल, युवक मंगल दल के सदस्यों को शामिल किया गया है। इसके तहत 10 हजार 376 स्वयंसेवियों को सर्च एंड रेस्क्यू का प्रशिक्षण दिया जाना है।

इसके लिए 13 जिलों की 74 संस्थाओं के 177 कर्मियों को मास्टर ट्रेनर का प्रशिक्षण दिया गया है। एसडीआरएफ के प्रशिक्षकों के साथ यह हर गांव और कस्बों में प्रशिक्षण देंगे। इसके अलावा पहली बार एसडीआरएफ प्रदेश के स्कूलों में गठित एनसीसी, एनएसएस और स्काउट गाइड से जुड़े छात्र-छात्राओं को भी आपदा में निपुण बनाएगा। स्कूली छात्र-छात्राओं के माध्यम से एसडीआरएफ आपदा के प्रति जन जागरूकता अभियान और आपदा के न्यूनीकरण पर भी काम करेगा। इसके लिए स्कूलों के कैंपों में सर्च एंड रेस्क्यू का प्रशिक्षण दिया जाएगा। 

यह भी पढ़ें: यदि करोगे ये उपाय तो तभी मिल सकेगी परीक्षा में तनाव से मुक्ति

यह भी पढ़ें: शिक्षकों को मिलेगा उनकी मेहनत का इनाम, हर माह चार शिक्षक होंगे सम्मानित


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.