सरस मेले में दिखेंगे लोक संस्कृति के रंग
ग्राम्य विकास विभाग उत्तराखंड की ओर से परेड ग्राउंड में शनिवार को आठ दिवसीय सरस मेले का शुभारंभ किया गया। राज्यपाल बेबी रानी मौर्य ने मेले का उद्घाटन किया। मेले में सांस्कृतिक कार्यक्रमों के कई रंग दिखाई देंगे। वहीं राज्य के विभिन्न स्वयं सहायता समूहों की ओर से तैयार उत्पाद मेले में आकर्षण का केंद्र रहेंगे। मेले में 16 राज्यों के 200 स्वयं सहायता समूह भाग ले रहे हैं।
जागरण संवाददाता,देहरादून: ग्राम्य विकास विभाग उत्तराखंड की ओर से परेड ग्राउंड में शनिवार को आठ दिवसीय सरस मेले का शुभारंभ किया गया। राज्यपाल बेबी रानी मौर्य ने मेले का उद्घाटन किया। मेले में सांस्कृतिक कार्यक्रमों के कई रंग दिखाई देंगे। वहीं राज्य के विभिन्न स्वयं सहायता समूहों की ओर से तैयार उत्पाद मेले में आकर्षण का केंद्र रहेंगे। मेले में 16 राज्यों के 200 स्वयं सहायता समूह भाग ले रहे हैं।
एनआरएलएम और आइफेड समेकित आजीविका सुधार परियोजना की ओर से संयुक्त रूप से हस्तशिल्प उद्योगों को बढ़ावा देने के उद्देश्य से मेले का आयोजन किया जा रहा है। राज्यपाल बेबी रानी मौर्य ने मेला स्थल के मुख्य द्वार पर रिबन काटकर मेले का उद्घाटन किया। इसके बाद दीप प्रज्वलित कर विभिन्न स्टॉलों का निरीक्षण किया। उन्होंने कहा कि भारत सरकार की दीनदयाल अंत्योदय योजना, राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के तहत ग्रामीण क्षेत्र के विकास के लिए काफी प्रयास किए जा रहे हैं। इससे ग्रामीणों की आजीविका के स्रोत भी बढ़े हैं। इस मौके पर कलाकारों ने सांस्कृतिक कार्यक्रम भी प्रस्तुत किए। पारंपरिक परिधानों में महिलाओं ने अतिथियों का स्वागत किया। राज्यपाल ने सरस मेले में उत्कृष्ट कार्य करने वाले उत्तराखंड ग्राम्य समिति और राष्ट्रीय आजीविका मिशन से चयनित समूहों को सम्मानित किया गया। इनमें हवालबाग, बागेश्वर, गरुड़, थराली, टिहरी, पिथौरागढ़, यमकेश्वर, नैनीताल, जोशीमठ, ऊधमसिंह नगर, कर्णप्रयाग, काशीपुर, जसपुर, डोईवाला, पौड़ी, चमोली आदि से आए समूहों को सम्मान दिया गया। अपर सचिव रामबिलास यादव ने कहा कि इस तरह के आयोजन का उद्देश्य ग्रामीणों को बेहतर आजीविका दिलाने के साथ ही उन्हें आर्थिक रूप से सक्षम बनाना है। उन्होंने सरकार की ओर से चलाई जा रही विभिन्न योजनाओं की जानकारी भी दी। कार्यक्रम में हैंडलूम, जैविक खाद, आयुर्वेदिक औषधियां, कपड़े, कश्मीरी शॉल, कश्मीरी सिल्क की साड़ियां, पश्मीना सूट, स्वयं सहायता समूह द्वारा तैयार मंडवे के बिस्कुट, मशरूम का अचार, जड़ी बूटियों द्वारा तैयार धूप बत्ती आदि के स्टॉल लगाए गए हैं। कार्यक्रम का संचालन कंचन नेगी तरियाल ने किया।
अव्यवस्था पर अपर सचिव ने लगाई फटकार: मेले के निरीक्षण के दौरान अपर सचिव रामविलास यादव परेड ग्राउंड में गंदगी और कंट्रोल रूम में भीड़ देखकर भड़क गए। उन्होंने कर्मचारियों को व्यवस्था सुधारने की सख्त हिदायत दी। साथ ही सफाई को लेकर भी निर्देश दिए।